सेना के अफसरों ने रोकी ट्रेन by eabhi200k on 24 July, 2012 - 12:19 AM | ||
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eabhi200k | सेना के अफसरों ने रोकी ट्रेन on 24 July, 2012 - 12:19 AM | |
लखनऊ। सेना के अफसराें की दादागिरी के आगे रेल अफसराें को रविवार को झुकना पड़ा। रविवार दोपहर 1.25बजे चारबाग स्टेशन पहुंची सेना की स्पेशल ट्रेन पचास मिनट कहकर खड़ी की गई लेकिन रेल अफसरों के लाख कहने के बाद भी पौने छह घंटे से पहले नहीं हटी।रेल कर्मियों के मुताबिक मालगाड़ी में सेना के कई कोच लगे थे। इनमें कुछ कोच स्लीपर के थे और कुछ एसी के। ट्रेन प्लेटफार्म पर जब तक खड़ी रही उतनी देर एसी व पंखे चलते रहे। इससे कोचों में लगी बैटरी डाउन हो गई। रेल अफसरों के मुताबिक सेना के अफसरों ने यह कहकर ट्रेन खड़ी करने की इजाजत ली थी कि पचास मिनट में वह लखनऊ में खाना पीना कर सकें और कोचों में पानी भरवाया जा सके। लेकिन इसके बाद भी ट्रेन चलाई नहीं गई। अधिकारियों ने बताया कि गाड़ी दोपहर 1.25 पर चारबाग स्टेशन के प्लेटफार्म चार पर आई थी। लेकिन इसे परिचालन अधिकारी लाख कोशिश करने के बाद शाम 7.05 पर रवाना कर सके। सेना के अधिकारियों व जवानों ने जबरन ट्रेन रोके रखी। मौके पर पहुंचे रेलवे अधिकारियों ने स्टेशन पर ट्रेनों के लोड से सेना को अवगत कराया तब कही जाकर ट्रेन को चलाया जा सका। इस दौरान स्टेशन पर मौजूद आरपीएफ व जीआरपी को भी मुस्तैद कर दिया गया था। रेलवे को शंका थी कि कहीं सेना के जवान तांडव न कर दे। इसे नियंत्रित करने के लिये फोर्स को सतर्क रहने के निर्देश दिये गये थे। लेकिन ऐसी कोई नौबत आती इससे पहले ही सेना के अफसर बैटरी चार्ज होते ही ट्रेन चलवा दी। वहीं उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के सीनियर डीसीएम अश्विनी कुमार श्रीवास्तव ने कहा कि ट्रेन के कोचों में लगे एसी व पंखे चार्ज न होने के कारण बंद हो गये थे। इसके कारण सेना के जवानों ने ट्रेन रोकी रखी। उनकी समस्या वाजिब थी लेकिन अगर यही मैसेज पहले मिल जाता तो उसकी व्यवस्था कर दी जाती। कम व्यस्तता वाले प्लेटफार्म पर ट्रेन स्थानांतरित कर दी जाती। क्याेंकि शाम के वक्त प्लेटफार्म व्यस्त हो जाते हैं। यात्रियों को दिक्कत उठानी पड़ी। फिलहाल मात्र दो ट्रेनों के प्लेटफार्म बदले गये थे। सेना अफसरों ने भी माना कि उनसे चूक हो गई। |