रांची रेल मंडल में नई बोगियों व राजधानी के ठहराव का वादा साबित हो रहा गलत by RailEnquiry Admin on 08 December, 2017 - 12:57 PM | ||
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RailEnquiry Admin | रांची रेल मंडल में नई बोगियों व राजधानी के ठहराव का वादा साबित हो रहा गलत on 08 December, 2017 - 12:57 PM | |
रेलवे को झारखंड से सर्वाधिक राजस्व मिलने के बावजूद रेल मंत्रालय का इस क्षेत्र पर ध्यान उतना नहीं है जितना होना चाहिए l झारखंड को जोड़ने वाली ट्रेनों में नए डिब्बे देने का मामला हो या भुवनेश्वर राजधानी एक्सप्रेस का मुरी में ठहराव का वादा यह दोनों ही चीजें अभी तक सिर्फ मुंह से बोली गई बातें ही है l पूर्व के रेल मंत्री से लेकर रेलवे बोर्ड के चेयरमैन, रेलवे जोन के महाप्रबंधक, रेलवे सलाहकार बोर्ड, पैसेंजर सलाहकार समिति के आश्वासनों के बावजूद भी अब तक ट्रेनों में ना नए कोच लग पाए और ना ही मूरी में राजधानी का ठहराव हो पाया है l वर्ष 2016 से लगातार किए जा रहे बातें, हो रही घोषणाएं हवा हवाई साबित हो रही है l रांची रेल मंडल पुरानी जर्जर रेल बोगियों के भरोसे यात्रियों के मंगलमय यात्रा की कामना करता रह रहा है l इतना ही नहीं रांची रेल मंडल से गुजरने वाली राजधानी एक्सप्रेस की बोगियों की खिड़कियों के कांच टूटे हुए हैंl जबकि हटिया हावड़ा क्रिया योग एक्सप्रेस, पुरी तपस्वनी एक्सप्रेस, मौर्य एक्सप्रेस, वनांचल एक्सप्रेस साहित आधा दर्जन भर ट्रेनों की बोगियों बदहाल स्थिति में है l किसी तरह मरम्मत और रंग-रोगन कर काम चलाया जा रहा है l रांची रेल मंडल में प्रतिदिन 40 जोड़ी मेल एक्सप्रेस, 7 स्पेशल ट्रेनें और 16 जोड़ी पैसेंजर ट्रेनों का परिचालन होता है l |