बाइपास होकर बाय करेंगी ट्रेनें by puneetmafia on 28 July, 2012 - 12:19 AM | ||
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puneetmafia | बाइपास होकर बाय करेंगी ट्रेनें on 28 July, 2012 - 12:19 AM | |
खड़गपुर : प्लेटफार्मो की कमी की समस्या से जूझ रहे विश्व के सबसे लंबे प्लेटफार्म के लिए विख्यात खड़गपुर रेलवे स्टेशन को कुछ जरूरी ट्रेनें अब दूर से 'नमस्कार' करते हुए हिजली के रास्ते 'बाइपास' कर जाएंगी। शुरुआती तौर पर मुख्य रूप से चार ट्रेनों का ठहराव खड़गपुर के बजाय हिजली में किया जाएगा। प्रयोग के सफल रहने के बाद दूसरी ट्रेनों को खड़गपुर लाने के बजाय हिजली से ही बाइपास करने की संभावना पर विचार किया जाएगा। भारतीय रेल का महत्वपूर्ण जंक्शन होने से खड़गपुर रेलवे स्टेशन में अक्सर प्लेटफार्मो की कमी महसूस की जाती रही है। फिलहाल यहां प्लेटफार्मो की कुल संख्या 6 है। प्लेटफार्म कम होने के चलते अक्सर ट्रेनों को आउटर पर खड़े रह कर देर तक प्लेटफार्म खाली होने का इंतजार करना पड़ता है। इस स्थिति में प्राय: महत्वपूर्ण ट्रेनेंभी विलंबित हो जाया करती हैं। इस स्थिति से बचने के लिए कई साल पहले रेलवे प्रशासन ने हिजली को उप स्टेशन बनाने का फैसला किया था, जिसके तहत कुछ महत्वपूर्ण दूरगामी ट्रेनों को खड़गपुर लाने के बजाय उन्हें हिजली से ही गंतव्य की ओर रवाना करने का विचार किया गया। आखिरकार लंबे इंतजार के बाद रेल प्रशासन ने अगस्त महीने से चार ट्रेनों का ठहराव खड़गपुर के बजाय हिजली के रास्ते गंतव्य की ओर रवाना करने की योजना बनाई है। खड़गपुर के बजाय हिजली में खड़ी रह कर नीमपुरा यार्ड के रास्ते गंतव्य की ओर जाने वाली इन ट्रेनों में चेन्नई-एगमोर-गुवाहाटी एक्सप्रेस (वाया टाटानगर), चेन्नई-एगमोर-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस (वाया टाटानगर), एर्नाकुलम-पटना एक्सप्रेस और पुरी-गुवाहाटी एक्सप्रेस (सभी अप व डाउन) शामिल हैं। इधर यात्रियों को होने वाली परेशानी को देखते हुए रेल प्रशासन ने खड़गपुर से हिजली के बीच रोज एक जोड़ी इएमयू लोकल चलाने का फैसला भी किया है। खड़गपुर के डीआरएम राजीव कुमार कुलश्रेष्ठ ने बताया कि ट्रेनों का ठहराव खड़गपुर के बजाय हिजली किए जाने से प्लेटफार्मो की कमी से हो रही समस्या से कुछ हद तक राहत मिल पाएगी। |