फाल्ट ढूंढने में क्यों लगे 15 घंटे, जांच शुरू by railenquiry on 12 August, 2012 - 09:01 PM | ||
---|---|---|
railenquiry | फाल्ट ढूंढने में क्यों लगे 15 घंटे, जांच शुरू on 12 August, 2012 - 09:01 PM | |
झांसी। मालगाड़ी के वैगन में आए मामूली फाल्ट को ढूंढने में सीएंडडब्लू स्टाफ को पंद्रह घंटे लग गये। तालबेहट स्टेशन की मेन लाइन पर मालगाड़ी खड़ी होने के कारण इस रूट से मुंबई और दक्षिण भारत की ओर जाने वाली ट्रेनें विलंबित रहीं थीं। रेलवे के परिचालन विभाग ने फाल्ट ढूंढने में हुई इतनी देरी को लेकर जांच शुरू कर दी है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि मामूली फाल्ट ढूंढने में सीएंडडब्ल्यू स्टाफ ने इतना समय क्यों लगाया? कहीं इसकी जड़ में लापरवाही तो नहीं है?बीते चार अगस्त की शाम सात बजकर पचास मिनट पर झांसी से सागर जा रही एमटी बाक्स स्पेशल मालगाड़ी तालबेहट से आगे बढ़ रही थी। तभी इंजन से 17 वें वैगन का प्रेशर पाइप टूटने से ब्रेकिंग सिस्टम ने काम करना बंद कर दिया। आधे घंटे बाद रात 8.20 बजे इस मालगाड़ी को खींचकर तालबेहट स्टेशन के मेन लाइन पर लाकर खड़ा कर दिया गया। चूंकि, उस समय हेवी ट्रैफिक था, इस कारण मालगाड़ी को लूप लाइन में खड़ा करना संभव नहीं था। इस कार्य में कम से कम एक घंटे का समय लगता। इससे पटरियों पर दौड़ रही ट्रेनों को जहां- तहां रोकना पड़ता। डाउन की सभी गाड़ियों को तालबेहट स्टेशन पर लूप लाइन से गुजारा गया, इससे प्रत्येक गाड़ी पांच से दस मिनट प्रभावित रही। इधर, फाल्ट को ठीक करने के लिए उत्कल एक्सप्रेस से सीएंडडब्लू कर्मी मौके पर पहुंचे, लेकिन वह फाल्ट ठीक नहीं कर सके, इसके बाद पुष्पक एक्सप्रेस से दूसरी टीम भेजी गई, वह भी कामयाब नहीं हो सकी। सुबह साढ़े छह बजे ट्रैफिक कम होने पर मालगाड़ी के खराब वैगन को हटाकर लूप लाइन पर लाया जा सका। इसके बाद बाकी वैगनों को गंतव्य के लिए रवाना कर दिया गया। सुबह12541 डाउन गोरखपुर लोकमान्य तिलक एक्सप्रेस से पहुंचे सीएंडडब्लू के तीसरे दल ने जांच में प्रेशर पाइप का डर्ड कलेक्टर पार्ट्स खराब पाया, पूर्वाह्न ग्यारह बजे इसे बदला जा सका। |