जर्जर ट्रैक पर लाखों जिंदगियां!;श्रमशक्ति को नंबर 1 की गाड़ी बनाना भी हादसे की वजह by messanger on 20 August, 2012 - 03:00 AM | ||
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messanger | जर्जर ट्रैक पर लाखों जिंदगियां!;श्रमशक्ति को नंबर 1 की गाड़ी बनाना भी हादसे की वजह on 20 August, 2012 - 03:00 AM | |
कानपुर। समय, सुरक्षा और संरक्षा का दंभ भरने वाली रेलवे की कलई शनिवार को हुए हादसे से फिर खुल गई। ट्रेन संचालन बाधित हुआ सो अलग। एक साल पहले इसी प्वाइंट पर झांसी इंटरसिटी भी दुर्घटना की शिकार हुई थी। तब क्रास ओवर प्वाइंट बदलने के लिए मंडल स्तर पर 6 महीने तक विवाद होता रहा लेकिन समस्या का हल नहीं निकला। दरअसल दिल्ली-हावड़ा रूट ओवरलोड होने के कारण अधिकारी भी इस बला को टाल गए। रेलवे सूत्रों का कहना है कि दिल्ली हावड़ा रूट पर क्षमता से अधिक लोड है, जबकि लखनऊ रूट अपनी मियाद पूरी कर चुका है। जयपुरिया क्रासिंग से मानकनगर तक ट्रेनों की क्षमता के हिसाब से ट्रैक नहीं है। ट्रैक कई प्वाइंटों पर जर्जर हैं, यही वजह है कि मानकनगर से सेंट्रल तक 7 काशन हैं। साथ ही इस ट्रैक पर क्षमता से दोगुना लोड है। इन सबके बावजूद जर्जर ट्रैक से लोगों की जान जोखिम में डालकर शताब्दी समेत कई ट्रेनें धड़ाधड़ करती हुई गुजरती हैं। कोई हादसा होने पर अधिकारी मौके पर जाते हैं, जांच के आदेश दिए और उनका काम खत्म। ट्रेनों का संचालन फिर उसी ढर्रे पर शुरू हो जाता है। |