और तैयार हो गया विश्व का सबसे लंबा प्लेटफार्म-सबसे लंबे प्लेटफार्म से रवाना हुई 'गोरखधाम',जीएम ने कि by eabhi200k on 08 October, 2013 - 02:59 AM | ||
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eabhi200k | और तैयार हो गया विश्व का सबसे लंबा प्लेटफार्म-सबसे लंबे प्लेटफार्म से रवाना हुई 'गोरखधाम',जीएम ने कि on 08 October, 2013 - 02:59 AM | |
आखिरकार, रेलवे स्टेशन गोरखपुर में यार्ड री-माडलिंग के तहत चल रहा नानइंटरलाकिंग कार्य रविवार को पूरा हो गया। विश्व के सबसे लंबे प्लेटफार्म से पहली ट्रेन के रूप में दुल्हन की तरह सजी गोरखधाम एक्सप्रेस हिसार के लिए रवाना हुई। शाम को ठीक 4.35 बजे प्लेटफार्म नंबर 2 पर खड़ी 12555 गोरखधाम को महाप्रबंधक कृष्ण कुमार अटल ने हाथ हिलाकर रवाना किया। इसके साथ ही पूर्वोत्तर रेलवे ने इतिहास के पन्नों में नया अध्याय लिखा।पूर्वोत्तर रेलवे के महाप्रबंधक कृष्ण कुमार अटल ने प्लेटफार्म नंबर 1 के सामने रेल लाइनों के बीच बने रूट रिले इंटरलाकिंग केबिन (आरआरआइ केबिन) का फीता काटकर उद्घाटन किया। रूट रिले केबिन के अंदर उन्होंने विधिवत पूजन अर्चन भी की। इसके पूर्व उन्होंने मुख्य द्वार पर यार्ड री- माडलिंग के शिलापट्ट का अनावरण भी किया। इस मौके पर मुख्य परिचालन प्रबंधक रण विजय सिंह, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी (निर्माण) ओंकार सिंह, मुख्य सिग्नल एवं दूर संचार इंजीनियर एचके अग्रवाल, मुख्य वाणिज्य प्रबंधक अरविंद कुमार, अपर मंडल रेल प्रबंधक (इज्जतनगर) एवं प्रोजेक्ट इंचार्ज सोमेश कुमार, मुख्य इंजीनियर (निर्माण) ओएन वर्मा, मुख्य सिग्नल एवं दूरसंचार इंजीनियर (निर्माण) एसएन शाह, मुख्य संरक्षा अधिकारी एनके अंबिकेश, मुख्य सुरक्षा आयुक्त आरके शर्मा, जीएम के सचिव अमित सिंह, उप महाप्रबंधक (सामान्य) संजय यादव, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी आलोक कुमार सिंह, उप मुख्य इंजीनियर (निर्माण) बीके सिंह और गजेंद्र सिंह आदि अधिकारी व रेलवे परामर्शदात्री समिति के सदस्य नवीन कुमार जैन सहित बड़ी संख्या में गणमान्य लोग, यात्री और रेलकर्मी मौजूद थे।निर्धारित अवधि में यार्ड री-माडलिंग के तहत नानइंटरलाकिंग का कार्य पूरा हो गया। कार्य 26 सितंबर से शुरू हुआ था और 6 अक्टूबर को पूरा हुआ है। अधिकारी व कर्मचारियों की मेहनत, लगन व जुनून से खुश होकर महाप्रबंधक श्री अटल ने कार्य में लगे विभागों व रेलकर्मियों को पुरस्कृत भी किया। इंजीनियरिंग निर्माण, सिग्नल एवं दूर संचार विभाग तथा लखनऊ मंडल को 1-1 लाख और मुख्यालय को 50 हजार रुपये का पुरस्कार प्रदान किया। बता दें कि री-माडलिंग तो पूरा हो गया, लेकिन अभी स्टेशन को और दुरुस्त करने का कार्य आगे अभी जारी रहेगा। अगले तीन तक तक नानइंटरलाकिंग का परीक्षण भी चलेगा। |