ई-टिकटिंग खेल में पकड़े गए शहर के 10 एजेंट by greatindian on 20 September, 2012 - 06:00 AM | ||
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greatindian | ई-टिकटिंग खेल में पकड़े गए शहर के 10 एजेंट on 20 September, 2012 - 06:00 AM | |
कानपुर : ई टिकटिंग में फिर हेराफेरी हेराफेरी पकड़े जाने के बाद 6000 एजेंटों को इंडियन रेलवे कैटरिंग एवं टूरिज्म कारपोरेशन (आईआरसीटीसी) ने अपनी रजिस्टर्ड सूची से हटा दिया है। इनमें 10 एजेंट कानपुर के हैं। आईआरसीटीसी के माध्यम से रेलवे ने देश में 2 लाख लोगों को रेल आरक्षण टिकट बनाने के लिए अधिकृत किया है ताकि यात्री कहीं भी एजेंट को 20 रुपए कमीशन देकर आरक्षण करा सकें, लेकिन इन एजेंटों ने अपने अधीन कई एजेंसियों को आरक्षण का काम सौंप दिया। इसी के बाद कम्प्यूटर साफ्टवेयर के खिलाड़ियों ने खेल शुरू कर दिया। छानबीन में 6000 एजेंटों को हेराफेरी में पकड़े जाने के बाद उनका काम बंद करा दिया गया। रेलवे को इन एजेंटों से कितने रुपए का चूना लगा है, इसका पता लगाया जा रहा है। -------------- ऐसे कर रहे थे खेल ø दूसरे एजेंट की आईडी खोलकर किराया बढ़ाकर टिकट बना देते थे। ø प्रतीक्षा के टिकट को 'कर्न्फम' बताकर यात्री से अधिक वसूली करते थे। ø टिकट के प्रिंट पर उनकी एजेंसी का नाम व पता नहीं होता था। ---------------- पूरे देश में एजेंटों की नए सिरे से जांच हो रही है। 6000 एजेंट हेराफेरी में पकड़े गए हैं, इन्हें सूची से बाहर कर दिया गया है। रेलवे को कितनी क्षति हुई है, इसका आकलन किया जा रहा है। आरोपी एजेंटो से वसूली की जाएगी। -मनोज कुमार सिन्हा, चीफ रीजनल मैनेजर, आईआरसीटीसी। |