Indian Railways News => Topic started by puneetmafia on May 04, 2012 - 15:00:07 PM


Title - सुबह-दोपहर-रात वही आदमी रिजर्वेशन कराते दिखते हैं
Posted by : puneetmafia on May 04, 2012 - 15:00:07 PM

जालंधर. इन तस्वीरों में जो चेहरे आप देख रहे हैं, वे एजेंट हैं। सफर के लिए जिन ट्रेनों में आप रिजर्वेशन करवाना चाहते हैं, उनकी सीटें ये पहले से बुक करवा चुके हैं। यदि आप तत्काल टिकट हासिल करने की सोचकर बैठे हैं, तो ध्यान रहें।

आपको एक दिन पहले ही रात को डेरा जमाना होगा। क्योंकि ये एजेंट काउंटर खुलने से आठ घंटे पहले ही आ डटते हैं। हमने दो दिन तक रिजर्वेशन काउंटर पर खड़े रहकर एजेंटों के इस कब्जे की तस्वीरें खींची, ताकि अधिकारी चेत सकें और आम लोगों को सफर के लिए कुछ सीटें तो नसीब हों।

हमने पहले बुधवार को कुछ तस्वीरें खींची। काउंटर पर सुबह के वक्त कुछ एजेंट एक साथ कई फार्म लेकर लाइन में लगे थे। काउंटर पर बैठे सभी मुलाजिम इन्हें पहचानते हैं, सो एक से अधिक फार्म लेने में आनाकानी नहीं करते। तस्वीरें खींचकर हम चले आए। रात करीब 11 बजे फिर से कुछ तस्वीरें खींची गई। तब भी यहीं नजर आए। एक से पूछा कि क्यों खड़े हो। जवाब दिया कांगड़ा जाना है। ऐसे ही घूम रहा हूं। सुबह यही व्यक्ति कतार में लग गया। सुबह चार बजे के बाद तो एजेंटों की संख्या एकाएक बढ़ गई।

200 रुपए से लेकर 500 रुपए प्रति टिकट

स्टेशन के पास ट्रेवल एजेंसियों के नाम पर खुले काउंटर पर यात्रियों से करीब 200 रुपए से 500 रुपए वसूले जा रहे हैं। दिल्ली के एक कनफर्म टिकट पर 200 रुपए ज्यादा तो वहीं बिहार और उत्तर प्रदेश समेत लंबी दूरी के लिए 300 से 500 रुपए तक अतिरिक्त वसूले जाते हैं। यही हाल शताब्दी एक्सप्रेस का भी है। इसके लिए भी 500 रुपए अतिरिक्त वसूले जाते हैं। एजेंटों को रात भर कतार में खड़े रहने का 100 रुपया मिलता है। ये काउंटर के पास ही सो जाते हैं और सुबह उठकर कतार में लग जाते हैं।

कार्रवाई होगी

एजेंट ही सारी तत्काल टिकटें बुक करवा लेते हैं। ऐसी कोई सूचना नहीं आई है। अगर ऐसी कोई बात है तो जांच करवाकर कार्रवाई की जाएगी। -पूनम चंद डूडी, डिवीजनल कामर्शियल मैनेजर, रेल मंडल फिरोजपु