Indian Railways News => | Topic started by railgenie on Jul 23, 2012 - 03:19:49 AM |
Title - सिटी रेलवे स्टेशन के स्टाल सबलेटPosted by : railgenie on Jul 23, 2012 - 03:19:49 AM |
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जालंधर : रेलवे में स्टाल सबलेट कर लाखों का घालमेल किया जा रहा है। रेलवे को तो इससे महज कुछ सौ रुपये की कमाई हो रही है, मगर स्टाल धारक कंपनी इससे लाखों कमा रही है। सिटी रेलवे स्टेशन पर ऐसा ही मामला सामने आया है। यहां कैटर्स पर 50 हजार रुपये का सामान खुर्दबुर्द करने का आरोप लगाया गया है। जीआरपी के डीएसपी मनजीत सिंह गोराया को कैटर्स के खिलाफ शिकायत दी गई है। स्टाल चलाने वाले सुखदेव सिंह उर्फ सोनू ने क्लासिक कैटर्स पर आरोप लगाया कि उसने बीती रात ताले तोड़ कर उसका सामान खुर्दबुर्द कर दिया। सोनू ने बताया कि एक अप्रैल, 2010 से पांच साल के लिए प्लेटफार्म नंबर एक पर स्टाल किराये पर लिया था। इसके लिए क्लासिक कैटर्स को ढाई लाख बतौर सिक्योरिटी के साथ प्रतिदिन 1700 रुपये किराया दिया जा रहा था। सोनू ने आरोप लगाया कि क्लासिक कैटर्स के विनोद गुप्ता ने गत दिनों जोगिंदर सिंह को उक्त स्टाल सबलेट कर स्टाल के ताले तोड़ कर सामान गायब कर दिया। डीएसपी को ज्ञापन देने वालों कृष्ण लाल शर्मा, अशोक सरीन व नरेश कुमार ने फिरोजपुर डिवीजन के अधिकारियों को भी मामले से अवगत करवाया है। उन्होंने चेतावनी दी कि सुखदेव को अगर न्याय नहीं मिला तो वह परिवार समेत मरणव्रत पर बैठ जाएगा। क्लासिक कैटर्स के मैनेजर विनोद गुप्ता ने कहा कि कोई भी स्टाल सबलेट नहीं किया गया है। कंपनी ने कमीशन बेस पर वेंडर रखे हैं। सोनू का मामला भी ऐसा ही है। हाल ही में डीआरएम ने उक्त स्टाल को दो बार जुर्माना करने के बाद बंद करने के आदेश दिए थे। अनियमितता के चलते वेंडर को कुछ दिन स्टाल बदलने को कहा गया था, मगर वह गलत बयानबाजी कर रहा है। उधर डीआरएम एनसी गोयल ने कहा कि मामला उनकी जानकारी में आया है। इसकी जांच करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि स्टाल सबलेट नहीं किया जा सकता। इसकी जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। |