Indian Railways News => Topic started by riteshexpert on Aug 12, 2013 - 17:58:41 PM


Title - शर्ट को झंडी बना किसान ने बचाया ट्रेन हादसा
Posted by : riteshexpert on Aug 12, 2013 - 17:58:41 PM

सोरों (कासगंज): यह घटना किसी किताबी कहानी की याद दिलाती है। रेलवे ट्रैक की फिश प्लेट निकल गई थी और पटरी कटी हुई थी। कासगंज से सोरों की ओर कासगंज-बरेली पैसेंजर धड़धड़ाती चली आ रही थी। वहां से गुजर रहे एक किसान की नजर कटी पटरी पर पड़ी तो तुरंत ही हादसे के खतरे को भांप गया। संयोग से वह लाल शर्ट पहने था। शर्ट हाथ में पकड़ कर लहराते हुए इस 'फरिश्ते' ने रेलवे ट्रैक पर दौड़ लगाई और कुछ दूरी पर ही ट्रेन को रुकवा कर बड़ा ट्रेन हादसा टाल दिया।
रविवार सुबह 6.25 बजे का वक्त था। कासगंज सिटी और गंगागढ़ के बीच रेलवे ट्रैक के पास से प्रहलादपुर का किसान सुनील कुमार पुत्र रामप्रकाश अपने खेत पर जा रहा था। तभी उसकी नजर रेल की पटरियों पर पड़ी। उसने देखा कि पटरी की फिश प्लेट निकली हुई थी और पटरी कटी हुई थी। उसी वक्त कासगंज की ओर से पैसेंजर ट्रेन सोरों की ओर चली आ रही थी। यह देख किसान हक्काबक्का रह गया। इत्तेफाक था कि वह लाल रंग की शर्ट पहने हुए था। उसने आननफानन अपनी शर्ट उतारी और कासगंज सिटी स्टेशन की ओर दौड़ पड़ा। कुछ ही दूरी पर किसान ने ट्रेन के ड्राइवर को लाल रंग की शर्ट दिखाते हुए खतरे का संकेत दिया। ड्राइवर ने रेलगाड़ी को रोक लिया। सुनील कुमार ने ट्रेन के ड्राइवर व गार्ड को पटरी टूटे होने की सूचना दी। चालक व गार्ड ने मौके पर जाकर देखा तो फिश प्लेटें निकली हुई थीं। सूचना रेलवे कंट्रोल रूम को दी गई।
थोड़ी ही देर बाद रेलवे के इंजीनियर और रेलवे सुरक्षा बल बदायूं के पुलिस कर्मी मौके पर पहुंच गए। इंजीनियरों ने काफी मशक्कत के बाद रेलवे ट्रैक को दुरुस्त किया। इस बीच कासगंज-बरेली पैसेंजर ट्रेन संख्या 52201 लगभग एक घंटे तक रेलवे ट्रैक पर खड़ी रही। इस तरह किसान की सूझबूझ से ट्रेन में सवार हजारों यात्रियों की जान बच गई। यदि पांच मिनट और वहां से किसान नहीं गुजरता और उसकी नजर रेलवे ट्रेक पर नहीं पड़ती तो शायद बड़ा हादसा हो जाता।
बदायूं आरपीएफ के उपनिरीक्षक उदयराज का कहना था कि फिश प्लेट निकालने और पटरी काटने जैसा कृत्य अराजक तत्वों का ही है। मामले की जांच कर ऐसे अराजक तत्वों को चिन्हित किया जा रहा है। जल्द ही उनके विरुद्ध एफआइआर कराई जाएगी।