Indian Railways News => | Topic started by nikhilndls on Jul 18, 2012 - 00:00:10 AM |
Title - लाहौर में साजिश, अमृतसर में अंजामPosted by : nikhilndls on Jul 18, 2012 - 00:00:10 AM |
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अमृतसर : पहले दो जून 2012 और अब 16 जुलाई। कुल 44 दिन में पाकिस्तान से आई मालगाड़ी के सीमेंट बोगी से 12 किलोग्राम हेरोइन की बरामदगी ने कस्टम विभाग के साथ-साथ खुफिया विभाग को भी सकते में डाल दिया है। दो जून को सीमेंट की बोरियों के साथ ही पांच किलोग्राम हेरोइन बरामद हुई थी। आज सोमवार को भी पाकिस्तान से आई मालगाड़ी में पाकिस्तानी सीमेंट के बीच रखे दो पैकेट में सात किलो हेरोइन बरामद हुई। सीमेंट की बोरियों से दो बार हेरोइन की खेप मिली। बरामदगी के बाद शक के दायरे में कई चेहरे तो हैं लेकिन कस्टम विभाग की मजबूरी है कि बिना ठोस तथ्य के इन चेहरों पर सीधे हाथ नहीं डाल सकते। इस बात की पुष्टि खुद डीसी कस्टम रेल कारगो वीबी सिंह करते हैं। वह कहते हैं कि इस मामले को भारत-पाक कस्टम अधिकारियों के बीच होने वाली बैठक में उठाया जाएगा। ऐसी साजिश से भारत-पाकिस्तान के बीच व्यापार प्रभावित हो सकता है। इस बारे सीमेंट मंगवाने वाली व्यापारी से भी पूछताछ की जाएगी। एक ही तस्कर गिरोह भेज रहा हेरोइन की खेप सीमेंट की बोरियों में दो बार हेरोइन छुपाकर भेजने का एक तरीका एक ही है। कस्टम विभाग के अधिकारी मान रहे हैं कि एक ही तस्कर गिरोह है जिसने दोनों बार हेरोइन की खेप भेजी है। सीमेंट व्यापारी में खौफ सीमेंट की बोरियों में बरामद हेरोइन को लेकर पाकिस्तान से सीमेंट मंगवाने वाले व्यापारी सकते में है। पहली बार जब हेरोइन बरामद हुई थी तब भी अमृतसर व जालंधर के दो व्यापारियों से पूछताछ की गई। अभी वह जांच चल ही रही है। दूसरी बार फिर वैसा ही होने से सीमेंट का व्यापार करने वाले व्यापारियों में खौफ है। इस घटना को लेकर कोई व्यापारी बोलने को तैयार नही है। विभाग में खौफ, तस्कर बेखौफ पाकिस्तान से आने वाली मालगाड़ी की प्रत्येक बोगी को लाहौर में कस्टम व रेल अधिकारियों की उपस्थिति में सील लगती है फिर भारत में अटारी स्टेशन पर सील लगाई जाती है। इसके बाद रेल कारगो में कस्टम विभाग सीमेंट की बोरियों को मैन्युली चेक करते हैं। यहां स्केनर न होने के चलते ही तस्कर फायदा उठाते हैं। पिछले 44 दिन में दो बार हेरोइन की बरामदगी के बाद जहां विभाग में खौफ हैं वहीं पाकिस्तानी तस्कर बेखौफ होकर अपने मंसूबों को अंजाम देने की कोशिश में हैं। कोई तो है तस्करों का मददगार दो बार हेरोइन की खेप बरामद होने से साफ है कि कोई न कोई इस तरफ से पाक तस्करों का साथ दे रहा है। कस्टम के वरीय अधिकारी कह रहे हैं कि इस मामले को लेकर उनकी जांच में हर कोई संदेह के घेरे में है। सोमवार को पाक तस्करों की दोनों साजिश नाकाम एक तरफ जहां पाक से आई मालगाड़ी में पाक तस्करों द्वारा सीमेंट की बोगी में 7 किलोग्राम हेरोइन भेजने की साजिश असफल हुई वहीं दूसरी तरफ अटारी सेक्टर पर कंटीली तारों के उस पार से भारत भेजी जानी वाली चार किलो हेरोइन की खेप बीएसएफ ने पकड़ कर दूसरा झटका दिया। |