Indian Railways News => | Topic started by TrustMe on Jun 19, 2012 - 00:00:56 AM |
Title - रेलवे प्लैटफॉर्म पर महिला ने दिया बेटी को जन्मPosted by : TrustMe on Jun 19, 2012 - 00:00:56 AM |
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नई दिल्ली।। शुक्रवार की दोपहर कमलेश के लिए अनोखी और दर्दनाक बन गई। कमलेश अपने पति रामपाल और 5 साल के बेटे के साथ पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन पर प्लैटफॉर्म नंबर 13 से रायबरेली के लिए ट्रेन पकड़ने पहुंची थीं। रायबरेली में कमलेश की ससुराल है। जिस ट्रेन में उन्हें चढ़ना था उसके दिल्ली पहुंचने से पहले करीब ढाई बजे कमलेश को प्रसव पीड़ा हुई और उन्होंने बिना किसी मेडिकल सहायता के बेंच पर ही एक बेटी को जन्म दिया।30 साल की कमलेश को स्टेशन पहुंचने के बाद अचानक लेबर पेन शुरू हो गए और पेन शुरू होने के आधे घंटे बाद बिना किसी मेडिकल हेल्प के बच्ची का जन्म हो गया। कमलेश के मुताबिक, वह 30 मिनट मेरे लिए बहुत दर्द भरे होने के साथ-साथ शर्मनाक भी थे। ऐसी घटना से यह साफ हो गया है कि भारतीय रेलवे इस तरह की इमर्जेंसी से निपटने के लिए तैयार नहीं है।बच्ची के जन्म लेते ही जीआरपी का सिपाही हरकत में आया और जच्चा-बच्चा दोनों को सुरक्षित आसफ अली अस्पताल में इमर्जेंसी वॉर्ड में भर्ती कराया। बताया जा रहा है कि नवजात बच्ची को इन्फेक्शन हो गया है और उसे ऐंटिबॉयटिक्स दिए जा रहे हैं।गुड़गांव की एक वाटर सप्लाई यूनिट में काम करने वाले रामपाल ने बताया, 'गुरुवार को डॉक्टर ने कहा था कि डिलिवरी अगले 15 दिनों में होगी। इसलिए मैंने पत्नी को अपने घर ले जाने का प्लान बनाया। हमें शाम 4:40 पर स्वर्ण क्रांति एक्सप्रेस पकड़नी थी। चूंकि पत्नी की तबियत थोड़ी खराब लग रही थी, इसलिए मैंने उन्हें बेंच पर लिटा दिया था।'रेलवे कंट्रोल रूम को फोन किया गया लेकिन किसी के पहुंचने से पहले डिलिवरी हो चुकी थी। रेलवे स्टाफ हाथ बांधे खड़ा रह गया और जीआरपी अधिकारी और मेडिकल हेल्प बच्ची के जन्म के बाद पहुंचे। इस मामले के बारे में उत्तर रेलवे के पीआरओ ए एस नेगी ने कहा, 'मुझे मामले के बारे में पूरी जानकारी नहीं है, लेकिन इस तरह की किसी घटना के होने पर जरूर कदम उठाए जाते हैं ताकि रोगी को समय पर मेडिकल हेल्प मुहैया करवाई जा सके। पुरानी दिल्ली रेलवे स्टेशन के पास रेलवे का डिविजनल अस्पताल भी है।' हालांकि, रेलवे अधिकारियों ने माना कि इस तरह की इमर्जेंसी से निपटने के लिए आमतौर पर रेलवे स्टेशनों पर कोई डॉक्टर नहीं होते। |