Indian Railways News => | Topic started by puneetmafia on Jun 26, 2012 - 03:00:09 AM |
Title - रेलवे परीक्षा में नकल की सतर्कता जांचPosted by : puneetmafia on Jun 26, 2012 - 03:00:09 AM |
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इलाहाबाद : रेल भर्ती प्रकोष्ठ उत्तर मध्य रेलवे की ओर से आयोजित ग्रुप डी भर्ती परीक्षा के छठे चरण में साल्व पेपर और नकल सामग्री पकडे़ जाने के मामले की जांच बैठा दी गई है। सतर्कता विभाग जांच कर रहा है जिसमें रेलवे के अधिकारी भी शामिल हैं। मामले में दो अभ्यर्थियों के खिलाफ केंद्र व्यवस्थापक ने धूमनगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज करा दी थी जबकि शेष दो अन्य अभ्यर्थियों के खिलाफ भी रेलवे ने प्राथमिकी दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। चारों को रेलवे की परीक्षाओं से डी-बार भी कर दिया गया है। उत्तर मध्य रेलवे के भर्ती प्रकोष्ठ की ओर से ग्रुप डी के लगभग पांच हजार पदों के लिए छह चरणों में परीक्षा आयोजित की गई जिसमें पहला चरण छह मई को था जबकि छठे और अंतिम चरण की परीक्षा 24 जून को आयोजित की गई। अंतिम चरण की पहली पाली की परीक्षा तो सामान्य रही जबकि दूसरी पाली में फूलपति इंटर कालेज धूमनगंज में दो अभ्यर्थियों को पकड़ा गया जिनके पास साल्व पेपर और अन्य नकल सामग्री बरामद की गई। दोनों के खिलाफ केंद्र व्यवस्थापक ने धूमनगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज करा दी। बिशप जानसन स्कूल एंड कालेज की छात्रा शाखा कटरा में भी दो अभ्यर्थियों को कक्ष निरीक्षकों ने नकल सामग्री के साथ पकड़ा, रेलवे अधिकारियों को सूचना दी गई जिस पर डीपीओ आदि अधिकारी पहुंच गए, अभ्यर्थियों की कापियां और नकल सामग्री को सील करके उनको जाने दिया गया। दोनों मामले जिस तरह सामने आए उससे रेलवे की पूरी परीक्षा सवालों के घेरे में आ गई है। रेलवे के अधिकारी कह रहे हैं कि नकल सामग्री पकड़ी गई जबकि परिस्थितियां परीक्षा से पहले पेपर आउट होने की ओर इशारा कर रहे हैं। सूत्रों की मानें तो अभ्यर्थियों के पास बकायदा प्रश्नों के हल थे जिसको वे अपनी कापियों में उतार रहे थे। ऐसे में पेपर आउट होने की बात से इनकार नहीं किया जा सकता। मामले में आरआरसी के अधिकारी बीएल शा मौन साधे हुए हैं। परीक्षा के बारे में पूछने पर उन्होंने कुछ भी कहने से मना कर दिया। ------------ आरआरसी स्वतंत्र इकाई है जो रेलवे बोर्ड से संचालित होती है। उत्तर मध्य रेलवे से सीधे ताल्लुक नहीं है हालांकि पूरे प्रकरण की जांच सतर्कता विभाग द्वारा की जा रही है जिसमें रेलवे के अधिकारी भी शामिल हैं। शीघ्र ही सारा सच सामने आ जाएगा। -आलोक जौहरी, महाप्रबंधक उत्तर मध्य रेलवे इलाहाबाद। ----------- पहले भी हुआ दामन दागदार इलाहाबाद : रेलवे ग्रुप डी भर्ती परीक्षा में नकल सामग्री पाए जाने का यह पहला मामला नहीं है इससे पहले भी परीक्षा दागदार हो चुकी है। दस जून को पांचवें चरण की परीक्षा में भी पांच लोगों को पकड़ा गया था किंतु मामले को तब दबा लिया गया था। दस जून को पांचवें चरण की परीक्षा के दौरान महावीर प्रसाद इंटर कालेज कालिंदीपुरम केंद्र पर चार अभ्यर्थी नकल सामग्री के साथ पकडे़ गए थे जिनमें लखनलाल, धरम सिंह मीना और केशव प्रसाद राजस्थान के रहने वाले हैं जबकि एक अन्य हरिशंकर उत्तर प्रदेश के मऊ जनपद का रहने वाला है। एसपी कान्वेंट स्कूल मुंडेरा में कुसुम नाम की एक महिला अभ्यर्थी सेंटर से कापी लेकर भागते हुए पकड़ी गई थी। पांचों के खिलाफ धूमनगंज थाने में प्राथमिकी भी दर्ज कराई गई थी। |