Indian Railways News => Topic started by RailEnquiry Admin on Oct 14, 2016 - 22:06:58 PM


Title - रेल सफर के दौरान डॉक्टर नहीं चलते पहचान बताकर
Posted by : RailEnquiry Admin on Oct 14, 2016 - 22:06:58 PM

रेलवे के आंकड़े बताते हैं कि डॉक्टर ट्रेन में पहचान छिपकर सफर कर रहे हैं । कटनी जंक्शन के आकड़ें बताते हैं कि ट्रेन में 12 माह के दौरान मात्र 3 चिकित्सकों ने ही आरक्षित कोच में अपनी पहचान बताकर सफर किया है। रेलवे के अनुसार ज्यादातर डॉक्टर सफर के दौरान अपनी पहचान नहीं बताते हैं । आरक्षण के दौरान डॉक्टर के पहचान बताने पर रेलवे ने टिकट में 10 प्रतिशत छूट का प्रावधान रखा है| इससे सफर के दौरान मरीजों को भी लाभ मिलता है| 10% छूट पाने के लिए डॉक्टरों आरक्षण फार्म में जानकारी देने के साथ अपना लाइसेंस भी दिखाना होता है। इससे दरवाजे पर लगी सूची से पता चल जाता है कि डॉक्टर किस डिब्बे में है औरर जरूरत पड़ने पर दुसरे यात्री डॉक्टर से मदद ले सकते हैं| इससे टीटीई को भी पता रहता है कि डॉक्टर किस कोच के किस सीट पर बैठा है| आपातकॉल स्थिती में इसका लाभ यात्रियों को मिलता है।
चिकित्सक यात्रा के दौरान अपने साथ लाइफ सेविंग ड्रग लेकर चलने से परहेज करते हैं। सफर में उन्हें दवा के अलावा जांच का सामान भी लेकर चलना पड़ेगा अगर उन्होंने डॉक्टर अपने आपको घोषित किया है  जिससे उन्हें परेशानी होती है । कई डॉक्टर मानते हैं कि जानकारी बताने से सफर में उन्हें बार बार परेशान होना पड़ता है|