Indian Railways News => Topic started by ConfirmTicket on Sep 10, 2013 - 21:00:07 PM


Title - राज्य में रेल परियोजनाओं पर बजट ने लगाई ब्रेक
Posted by : ConfirmTicket on Sep 10, 2013 - 21:00:07 PM

छपरा : रेल बजट ने सारण की रेल परियोजनाओं का चक्का जाम करके रख दिया है। सात वर्ष पूर्व तत्कालीन रेलमंत्री लालू प्रसाद के कार्यकाल में करीब दर्जन भर से अधिक रेल परियोजनाएं शुरू की गई थी। लेकिन बजट नहीं मिलने के कारण यहां की अधिकांश रेल परियोजनाएं ठप हो गई है।
वहीं छपरा-थावे रेलखंड का आमान परिवर्तन करने के लिए वर्ष 2003 में तत्कालीन रेलमंत्री नीतीश कुमार ने छपरा में शिलान्यास किया था। लेकिन आजतक अमान परिवर्तन का कार्य पूरा नहीं हुआ। इसमें भी राशि की कमी आड़े आ गई।
लालू प्रसाद जब रेलमंत्री बने तो उन्होंने सारण में दर्जन भर रेल परियोजनाएं शुरू करने की घोषणा की। रेल बजट में पास भी हो गया। रेलवे बोर्ड ने परियोजनाओं के लिए राशि भी आवंटित कर दी। लेकिन ये परियोजनाएं अब राशि के अभाव में ठप हो गई।
छपरा रेल चक्का कारखाना का शिलान्यास वर्ष 2005 में हुआ था। इसी प्रकार मढ़ौरा में डीजल रेल इंजन कारखाना के लिए लालू प्रसाद ने शिलान्यास किया था। लेकिन यह मामला भी अभी पेंडिंग में है। भूमि अधिग्रहण का कार्य भी पूरा नहीं हुआ है।
छपरा-मुजफ्फरपुर नई बड़ी रेलवे लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य राशि के अभाव में ठप पड़ा हुआ है। सोनपुर में डेमू शेड का निर्माण कार्य ठप हो गया है। सोनपुर में बैगन कारखाना निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण का कार्य ठप है। इसी प्रकार गड़खा में बैगन पुननिर्माण कारखाना के लिए शिलान्यास किया गया था। लेकिन यह धरातल पर नहीं उतर सका।
महाराजगंज-मशरक नई रेललाइन तथा मशरक-रेवाघाट नई रेललाइन निर्माण का कार्य राशि के अभाव में ठप पड़ा हुआ है। छपरा से गोरखपुर के बीच दोहरीकरण एवं विद्युतीकरण का कार्य कछुआ की गति से चल रहा है।
दीघा-सोनपुर रेल पुल के लिए पर्याप्त मात्रा में राशि नहीं मिलने के कारण यह परियोजना पूरी नहीं हो पा रही है। लालू प्रसाद ने छपरा से आरा के बीच नई रेललाइन बनाने के लिए रेल बजट में घोषणा की थी। लेकिन यह घोषणा तक ही सीमित रह गया।
सूत्रों की माने तो रेलवे बोर्ड के आदेशानुसार ही परियोजनाओं पर कार्य किया जाता है। राशि आवंटित नहीं होने के कारण परियोजनाएं समय पर पूरी नहीं हो रही। जितनी राशि मिलती है उसके अनुसार कार्य होता है। लालू प्रसाद के रेलमंत्री पद से हटने के बाद दूसरे रेलमंत्री ने इन परियोजनाओं पर विशेष दिलचस्पी नहीं ली।
छपरा रेल चक्का कारखाना में 90 प्रतिशत कार्य हो चुका हैं। चक्का बनाने का टेस्ट भी हो चुका। लेकिन इसके उद्घाटन का मामला रेलवे बोर्ड के पास है। उद्घाटन के बाद इसे शुरू करने के लिए राशि चाहिए, लेकिन राशि नहीं मिलने के कारण उद्घाटन करने में विलंब हो रही है।
इस संबंध में पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी ने बताया कि सभी परियोजनाओं पर कार्य चल रहा है। कुछ परियोजनाएं पूरी भी हो गई हैं। भूमि अधिग्रहण का कार्य जिला प्रशासन को करना है। भूमि अधिग्रहण के बाद कार्य प्रारंभ कर दिया जाएगा।