Indian Railways News => Topic started by RailEnquiry Admin on Aug 28, 2017 - 12:22:36 PM


Title - रांची रेल मंडल में दुर्घटना हुई तो भगवन भरोसे यात्री
Posted by : RailEnquiry Admin on Aug 28, 2017 - 12:22:36 PM

किसी हादसे के बाद राहत - बचाव के नजरिये से प्रारंभिक समय ही सबसे अधिक महत्पूर्ण होता है | यदि रांची रेल मंडल में रेल हादसा हो जाये तो रेलवे परिचालन दुरुस्त करवाना या जान माल की रक्षा भगवन भरोसे है | कारण ये है कि रांची रेल मंडल के पास अपना हैवी 140 टन का रेलवे क्रेन नहीं है | नतीजतन राहत से लेकर मरम्मत कार्य में घंटो लग जाएंगे |

रेल मंडल के गठन के बाद से अब तक क्रेन के लिए रांची रेल मंडल दूसरे डिवीज़न के भरोसे ही है | करीब साढ़े चार सौ किलोमीटर रूट वाले रेल मंडल में किसी हादसे के बाद बोगियों को हटाने के लिए चक्रधर पुर मंडल और धनबाद मंडल के भरोसे ही रहना पड़ता है | 

यदि बोकारो - रांची रेल मार्ग  के बीच कोई रेल हादसा होता है तो क्रेन मंगाने में ही दो घंटे लग जाते हैं | इसी तरह अगर हटिया - राउरकेला सेक्शन के बीच हादसा हुआ तो चक्रधर पुर में रखे क्रेन को राउरकेला आने में डेढ़ घंटे से पौने दो घंटे और राउरकेला से हटिया जाने में तीन घंटे का समय लगेगा |
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