Indian Railways News => Topic started by irmafia on Apr 18, 2012 - 00:00:15 AM


Title - यह 'मौत का रेलवे पुल' है, लेकिन सब हैं अनजान
Posted by : irmafia on Apr 18, 2012 - 00:00:15 AM

ग्वालियर। नैरोगेज रेलवे लाइन पर स्थित सिकरोदा व नेपरी ब्रिज खतरे में हैं। ब्रिज कमजोर होने के कारण इनकी मरम्मत कराने के लिए रेलवे बार-बार शासन को पत्र लिख रहा है लेकिन शासन पर अभी तक कोई असर नहीं पड़ा। ब्रिज से दिनभर गुजरने वाले वाहनों की संख्या कई गुना बढ़ गई है। इस कारण यह ओवरलोडेड बताया जा रहा है जबकि इसके गार्डर आदि पुराने हो गए हैं।दोनों ब्रिज से वर्तमान में एक दिन में छह ट्रेनें व लगभग दस हजार वाहन गुजरते हैं। ब्रिज पर रेल पटरी के ही बगल से वाहनों के गुजरने के लिए सड़क है। जब ट्रेन आती है तो वाहनों का प्रवेश रोक दिया जाता है। मध्य प्रदेश व राजस्थान को जोड़ने वाले इस राजमार्ग पर राज्य शासन सड़क निर्माण पर लगभग 170 करोड़ रुपए खर्च कर चुकी है, लेकिन इन दोनों ब्रिज के लिए 8 करोड़ की व्यवस्था नहीं कर सका है। हाल ही में रेलवे के इंजीनियरिंग विभाग ने एक और पत्र भेजा है जिसमें कहा है कि ब्रिज पर पटरी के किनारे गड्ढे हो गए हैं जिससे पटरी का बैलेंस बिगड़ने का खतरा बना हुआ है। ब्रिज के गार्डर भी पुराने हो गए हैं।

ब्रिज पर लगा है स्थायी कॉशन ऑर्डर
दोनों ब्रिज की खतरनाक स्थिति को देखते हुए रेलवे ने स्थायी कॉशन ऑर्डर(गति नियंत्रण चेतावनी) का बोर्ड लगा रखा है। इस ब्रिज से ट्रेन को पांच किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से अधिक गति से नहीं निकाला जाता है।