Indian Railways News => | Topic started by railgenie on Aug 06, 2012 - 00:00:45 AM |
Title - मुसीबत में मुसाफिरPosted by : railgenie on Aug 06, 2012 - 00:00:45 AM |
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फरीदाबाद। बिजली का कहर बुधवार को भी जारी रहा। लगातार तीसरे दिन रेल मुसाफिर जहां तहां फंसे रहे। पिछले दो दिनों से उत्तरी ग्र्रिड फेल होेने का संकट झेल रहे लोगों की परेशानी मंगलवार रात दिल्ली-आगरा रूट पर छाता में अप लाइन का ओएचई(ओवरहेड इलेक्ट्रिक) तार के टूटने से और बढ़ गई। कई ट्रेनें ओल्ड फरीदाबाद स्टेशन पर कई घंटे तक खड़ी रहीं। डाउन ट्रैक से ही दोनों रूटों की ट्रेनें निकाले जाने के कारण अप और डाउन दोनों रूट प्रभावित रहे। छाता(मथुरा) में मंगलवार रात करीब डेढ़ बजे अप लाइन का ओएचई तार टूट गया, जिस कारण अप लाइन पर ट्रेनों का आवागमन बाधित हो गया। बुधवार को डाउन लाइन पर दिल्ली की ओर जाने वाली ट्रेनाें के निकालने साथ ही बीच-बीच में डाउन मथुरा की ओर जाने वाली ट्रेनों को भी निकाला गया। ऐसे में मथुरा की तरफ से आने वाली ट्रेनों का संचालन भी बिगड़ गया। सुबह सवा 11 बजे दिल्ली की तरफ जाने वाली सचखंड एक्सप्रेस को करीब साढे चार घंटे की देरी से निकाला गया। मंगला व केरला एक्सप्रेस भी ढाई-ढाई घंटे की देरी से निकाली गई। पश्चिम एक्सप्रेस करीब दो घंटे देरी से यहां पहुंची। वहीं, मथुरा की ओर जाने वाली झेलम एक्सप्रेस करीब साढे़ तीन घंटे की देरी से निकाली गई। पलवल पैसेंजर भी आधा घंटा देरी से पहुंची। दिल्ली की ओर से मथुरा की ओर जाने वाली गोल्डन टेंपल का सुबह 8.15 बजे ओल्ड फरीदाबाद स्टेशन पर पहुंचने का समय है, लेकिन यह ट्रेन 11 बजे तक यहां खड़ी रही, उसके बाद उसे बल्लभगढ़ तक निकाला गया, लेकिन वहां से फिर लाइन खाली नहीं मिली। आभा उद्यान एक्सप्रेस 6 घंटे देरी से यहां पहुंची। साढ़े तीन बजे के बाद दोनों लाइनों पर पूरी तरह से ट्रेनों का संचालन शुरू कर दिया गया। |