Indian Railways News => | Topic started by riteshexpert on Aug 19, 2012 - 21:02:47 PM |
Title - पलायन में कमी, भय बरकरारPosted by : riteshexpert on Aug 19, 2012 - 21:02:47 PM |
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बेंगलूर/नई दिल्ली। असम हिंसा के बाद पूर्वोत्तर के लोगों को धमकी मिलने और उन पर हमले की अफवाह के बाद शुरू हुआ पलायन का दौर रविवार को कुछ थम गया लेकिन लोगों में भय अभी भी बरकरार है। उधर, सीबीआई ने इस मामले में सात मामले दर्ज किए है और पुलिस ने अफवाह फैलाने के आरोप में 16 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस की चुस्ती, 16 लोगों की गिरफ्तारी और दोषियों का सुराग देने पर एक लाख रुपये इनाम की घोषणा के बाद लोगों में विश्वास कायम हुआ है लेकिन लोग एसएमस के जरिये मिले 20 अगस्त का अल्टीमेटम भुला नहीं पा रहे है। इन धमकियों की वजह से पिछले तीन दिनों में हजारों की तादाद में लोग बेंगलूर से गुवाहाटी पलायन कर गए। इन दिनों अत्यधिक टिकट बिक्री होने की वजह से रेलवे को विशेष रेलगाड़ी तक चलानी पड़ी। हालांकि इसमें अब कमी आई है और रेलवे का कहना है कि शनिवार को ज्यादा टिकट नहीं बिके इसीलिए विशेष रेलगाड़ी चलाने की आवश्यकता नहीं पड़ी। नियम के मुताबिक करीब 2500 टिकट बिकने पर विशेष रेलगाड़ी चलाए जाने का प्रावधान है। उधर, इस मामले में शनिवार को गृह सचिव आर.के. सिंह ने कहा कि पूर्वोत्तर के लोगों के खिलाफ बड़े पैमाने पर अफवाह पाकिस्तान से फैलाई गई जिससे लोग तनाव में आ गए। साथ ही उन्होंने कहा कि पाकिस्तान सरकार हमारे दावे को खारिज कर रही है। सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि चक्रवाती तूफान और अन्य हादसों में बोडोलैंड और म्यांमार में मारे गए लोगों की तस्वीरों को तोड़-मरोड़ कर और इसे असम हिंसा और म्यांमार हिंसा में मारे गए लोगों के रूप में सोशल नेटवर्किग वेबसाइट के जरिये फैलाई गई। सिंह ने कहा कि ऐसे 76 वेबसाइट की पहचान की गई जिस पर विकृत तस्वीरे लगाई थी और इनमें से ज्यादातर तस्वीरे पाकिस्तान में अपलोड की गई थीं। सिंह ने कहा कि इन सभी वेबसाइट को बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि इसी तरह की 34 अन्य वेबसाइट की पहचान की गई है जिनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। |