Indian Railways News => | Topic started by riteshexpert on Jul 23, 2012 - 09:01:48 AM |
Title - दुर्घटना से बची इलाहाबाद-फैजाबाद पैसेंजरPosted by : riteshexpert on Jul 23, 2012 - 09:01:48 AM |
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सुल्तानपुर। इलाहाबाद-फैजाबाद रेलखंड की करीब आठ फीट पटरी के नीचे की गिट्टी और मिट्टी शुक्रवार को तेज बारिश के पानी के दबाव से बह गई। कीमैन की सूचना पर आ रही पैसेंजर को पयागीपुर चौराहे स्थित मानव सहित क्रॉसिंग के समीप होम सिग्नल पर रोककर जेसीबी से मिट्टी डाली गई। घटना से चार घंटे रूट पर यातायात ठप रहा। रेल प्रशासन ने स्टेशन से दूसरी गाड़ी चलाकर यात्रियों को फैजाबाद के लिए रवाना किया।इलाहाबाद-फैजाबाद पैसेंजर गाड़ी दोपहर पीपरपुर स्टेशन से रवाना हुई। ट्रेन रवाना होने के कुछ देर बाद ही कीमैन घेर्राऊ ने होम सिग्नल के निकट की पटरी पर आठ फुट की दूरी की गिट्टी व मिट्टी के पानी के साथ बहने की सूचना दी। सूचना परिचालन, इंजीनियरिंग, सिग्नल व कंट्रोल रूम को भेजी गई। हरकत में आए रेल प्रशासन ने फौरन लाल झंडी लेकर घटना से पूर्व गाड़ी रोकने को कर्मचारी दौड़ाए। पयागीपुर चौराहे पर स्थित मानव सहित क्रॉसिंग से ट्रेन को रोकने का प्रयास शुरू हुआ। करीब 10 मिनट की जद्दोजहद के बाद गाड़ी घटना स्थल से करीब 30 फीट पूर्व रुकी। ट्रेन रुकने के साथ ही एईएन आरके सैनी, एसएसई एसके प्रजापति, एसएन पांडेय गैंगमैनों की फौज के साथ मौके पर पहुंचे। स्थिति नियंत्रण में आते न देख जेसीबी बुलाई गई। पटरी मरम्मत में अधिक समय लगने से यात्रियों के रोष को देख रेल प्रशासन ने मंडल की स्वीकृति लेकर सुल्तानपुर-वाराणसी पैसेंजर को फैजाबाद भेजने का आदेश दिया। टीआई डीके दुबे, आरएस चौरसिया व अन्य अधिकारियों ने निजी वाहन से फैजाबाद पैसेंजर के यात्रियों को प्लेटफार्म पर लाकर चलाई जा रही गाड़ी में बैठाया। तीन बजे स्पेशल ट्रेन की रवानगी पर अधिकारियों ने राहत की सांस ली। उधर, जेसीबी से पटरी दुरुस्त कर शाम चार बजे खाली इंजन से ट्रायल किया गया। उसके बाद होम सिग्नल पर खड़ी पैसेंजर को प्लेटफार्म पर लिया जा सका। घटना से दुर्ग से गोरखपुर जाने वाली दुर्ग एक्सप्रेस साढ़े तीन घंटे तक पीपरपुर स्टेशन पर खड़ी रही। स्टेशन अधीक्षक एसएन तिवारी ने बताया कि फैजाबाद पैसेंजर को निरस्त कर दिया गया है। फैजाबाद से स्पेशल ट्रेन के आने पर सुल्तानपुर से यह गाड़ी फोर एफपी बनाकर चलाई जाएगी। जिससे यात्रियों को परेशानी न हो। |