Indian Railways News => | Topic started by puneetmafia on Aug 18, 2012 - 18:01:03 PM |
Title - थम नहीं रही असम में हिंसाPosted by : puneetmafia on Aug 18, 2012 - 18:01:03 PM |
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नई दिल्ली। असम में फैली हिंसा और विभिन्न राज्यों से उत्तरपूर्वी लोगों का पलयान करना केंद्र और राज्य सरकार के लिए सरदर्द बना हुआ है। सरकार की तमाम कोशिशों के बावजूद असम में हिंसा थमने का नाम नहीं ले रही है। शुक्रवार को फिर भड़की हिंसा में तीन बाइक सवारों ने कोकराझाड़ में शख्स की गोलीमार कर हत्या कर दी। फिलहाल, हमलावरों की पहचान नहीं हो सकी है। राज्य में फैली हिंसा में अभी तक करीब 70 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। इस बीच, असम में हिंसा के विरोध में प्रदर्शन भी किया गया। देश के कई राज्यों से उत्तरपूर्वी राज्यों के लोगों के पलायन को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने अगले पंद्रह दिनों तक थोक में एसएमएस और एमएमएस भेजने पर प्रतिबंध लगा दिया है। यह प्रतिबंध शुक्रवार, 17 अगस्त से ही लागू किया गया है। सरकार ने यह कदम उन एसएमएस और एमएमएस के बाद उठाया है, जिसमें उत्तर पूर्व के लोगों को धमकिया और नफरत फैलाने वाले संदेश भेजे जा रहे थे। इसके बाद से ही कनार्टक, आध्र प्रदेश और महाराष्ट्र सहित कई जगहों से पूर्वोत्तर के लोगों का पलायन शुरू हो गया था। बेंगलूर पुलिस ने इस मामले में कार्रवाई करते हुए छह लोगों को गिरफ्तार किया है। इस बीच, गृह मंत्री सुशील कुमार शिदे ने शुक्रवार को लोकसभा में इस बाबत बयान भी दिया। शिंदे ने कहा कि उन्होंने राज्य सरकार से डरे सहमे उत्तर पूर्व के लोगों के मन में दोबारा विश्वास जगाने की अपील की है। शिंदे ने कहा कि उत्तर पूर्वी राज्यों के लोगों को पूरी सुरक्षा मुहैया करवाई जाएगी। शिदे ने माना कि अभी इसका पता नहीं लगाया जा सका है कि नफरत और धमकी भरे संदेश कहां से आए हैं। इस डर का असर मुंबई में भी देखने मिला जहां मुंबई से करीब डेढ़ हजार लोग शुक्रवार को गुवाहाटी एक्सप्रेस से असम की ओर रवाना हो गए। |