Indian Railways News => Topic started by RailEnquiry Admin on Nov 23, 2016 - 11:46:27 AM


Title - तीस साल लग सकते हैं पुराने डिब्बों को हटाकर नए डिब्बों को लगाने की कार्य में
Posted by : RailEnquiry Admin on Nov 23, 2016 - 11:46:27 AM

इंदौर पटना रेल हादसे के बाद रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने ये बयां दिया था कि आईसीएफ डिब्बे जो काफी पुरानी तकनीक से बने हैं और दुर्घटना के समय ज्यादा छतीग्रसस्त होते हैं उन्हें बदलकर आये तकनीक "एलएचबी" डिब्बों को लगाने के कार्य में तेजी लाइ जाएगी|
बताया जाता है कि अगर नए तकनीक वाले डिब्बे होते तो मारने वालों कि संख्या 148 नहीं पहुंचती| परन्तु ध्यान देने वाली बात ये है कि अगर डिब्बों का बदलना ही बचाव है तो भारतीय रेल को ये कार्य करने में लगभग 30 वर्ष लग जायेंगे|
जिस गति से ये डिब्बे बनाये जा रहे हैं और बदले जा रहे हैं वो बहुत ही धीमी है| इस एक डिब्बे को बनाए में करीब चार करोड़ का खर्च आता है और रेलवे पहले से ही कर्ज में चल रहा है और कमाई भी उसे उस प्रकार से नहीं हो रही जो होनी चाइये|
एलएचबी डिब्बे 120 किमी से ज्यादा कि रफ़्तार से चल सकते हैं ज्यादा सेफ होते हैं और दुर्घटना के समय ये एक दूसरे पर चढ़ते नहीं|