Indian Railways News => | Topic started by greatindian on Aug 10, 2012 - 15:00:42 PM |
Title - ठेकेदारों का रेल मंडल दफ्तर पर हंगामाPosted by : greatindian on Aug 10, 2012 - 15:00:42 PM |
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फिरोजपुर। रेल मंडल कार्यालय के स्टोर विभाग में माल सप्लाई के टेंडरों में घपलेबाजी का आरोप लगाते हुए ठेकेदारों ने हंगामा किया। उनका आरोप था किसीनियर डीएमएम ने टेंडर गुप्त ढंग से चेहते ठेकेदारों को दे दिए, जबकि दूसरों को टेंडरों की कापियां भी नहीं भेजी गईं।नैयर इंटरप्राइजेज के जसदीप सिंह, स्वाती इंटरप्राइजेज के रविंदर सिंह, दीपिका इंटरप्राइजेज के विजय शर्मा व सेतिया इंटरप्राइजेज के नरेश कुमार ने आरोप लगाया कि सीनियर डीएमएम ने टेंडर नंबर-बीटी 123 को अपने चेहते ठेकेदारों को आवंटित कर दिया। जबकि कई और फर्में भी इलेक्ट्रिकल माल देने के लिए मान्यता रखती हैं। लेकिन उन्हें टेंडर की कापी नहीं भेजी गई। ठेकेदारों का आरोप है कि सीनियर डीएमएम ने उनसे कहा कि उक्त टेंडर चीफ मैटीरियल मैनेजर (सीएमएम) दिल्ली के कहने पर लगाया है। इस पर उसी समय ठेकेदारों ने दिल्ली मोबाइल फोन सीएमएम के सचिव से बात की तो उनका जवाब था कि ऐसा कोई आदेश नहीं दिया गया। सचिव से बात करने के बाद सीनियर डीएमएम ने ठेकेदारों से गलती स्वीकार की। बाक्स-------------------- अधिक दाम होने पर रद हो सकते हैं टेंडर सीनियर डीएमएम नत्थू राम ने अमर उजाला से बातचीत करते हुए कहा कि टेंडर की कापियां उनका स्टाफ ठेकेदारों को भेजता है। किसे कापी भेजी किसे नहीं इस संबंधी मुझे पता नहीं। एक सवाल के जवाब पर उन्होंने कहा कि टेंडर रद कर सकते हैं यदि वस्तुओं के दाम अधिक हों। ठेकेदारों से कमीशन लेने के संबंध में उन्होंने बेबुनियाद आरोप हैं। |