Indian Railways News => | Topic started by Jitendar on Jun 08, 2012 - 00:00:05 AM |
Title - जींद-सोनीपत लाइन बनने के बाद मुंबई से जुडे़गा जींदPosted by : Jitendar on Jun 08, 2012 - 00:00:05 AM |
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जींद : जींद-सोनीपत नई रेल लाइन की आधारशिला रखने से जींद जिला के तीव्र गति से विकास का मार्ग खुल गया है। इस नई रेल लाईन को लाने में रोहतक के सासद दीपेंद्र सिंह हुड्डा व सोनीपत के सासद जितेंद्र सिंह मलिक ने अहम भूमिका निभाई है। इस नई रेल लाईन के बिछने से हरियाणा का यह ऐतिहासिक जिला जींद सीधे रूप से राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली, राजस्थान व आर्थिक राजधानी कहे जाने वाली मुंबई के अलावा पंजाब आदि क्षेत्रों से जुड़ जाएगा। जींद-सोनीपत रेल लाईन जींद जिला के विकास में मिल का पत्थर साबित होगी। नई रेल लाईन का विकास कार्य पूरा होने के बाद जींद-सोनीपत-दिल्ली की दूरी बहुत कम हो जाएगी। परिणाम स्वरूप यहा पर निवेश की मात्रा बढ़ेगी और कारोबार गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। रेल संपर्क मार्गो के निर्माण से किसी भी क्षेत्र की आर्थिक प्रगति के द्वार खुल जाते हैं। यह बात ध्यान देने योग्य है कि जींद व सोनीपत के बीच में अब तक कोई भी सीधी रेल लाइन नहीं है। इस नई रेलवे लाईन के निर्माण से जींद व सोनीपत दोनों ही क्षेत्रों के लोगों को आवागमन में काफी सुविधा मिलेगी। अब तक इन नगरों के बीच रेल द्वारा दूरी बरास्ता दिल्ली 171 किलोमीटर व बरास्ता रोहतक-पानीपत 116 किलोमीटर है। नई जींद-सोनीपत रेल लाइन की कुल लंबाई 80.57 किलोमीटर है तथा इसके निर्माण कार्य पर कुल 499.50 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इस रेल लाईन पर कुल 159 पुलों, जिसमें 16 बडे़ व 143 छोटे पुलों था एक रेलवे ऊपरगामी पुल व दो रोड अंडर ब्रिज के साथ-साथ 37 समपार फाटक भी होंगे। इस रेलवे लाईन पर 13 रेलवे स्टेशन होंगे, जिनमें से 10 नए रेलवे स्टेशन होंगे। जींद-हांसी रोड पर चार मार्गीय बनने वाले आरओबी के निर्माण पर 71.11 करोड़ रुपए की लागत आएगी। दिल्ली-रोहतक-बठिंडा रेल लाइन पर समपार फाटक 113बी. स्थित है। वर्ष 2009 की जनगणना के अनुसार यहा से 3.70 लाख ट्रेन व्हीकल यूनिट आते-जाते हैं। परिणाम स्वरूप जींद-हासी मार्ग पर यातायात जाम की समस्या स्थायी बन गई थी। इस आरओबी के बन जाने से जींद के यातायात की समस्या का समाधान हो जाएगा। |