Indian Railways News => | Topic started by riteshexpert on Nov 23, 2012 - 03:00:14 AM |
Title - चंडीगढ़ स्टेशन पर जबरदस्त लापरवाहीPosted by : riteshexpert on Nov 23, 2012 - 03:00:14 AM |
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चंडीगढ़। रेलमंत्री के रेलवे स्टेशन को लेकर रेलवे प्रशासन कितना सजग है इसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि यहां पर ट्रेनों के संचालन के लिए प्रयोग किए जाने वाले वायरलेस वॉकी टॉकी सेट महीनोें से कंडम पड़े हैं। ऐसे में स्टेशन पर ट्रेनों के आने जाने तथा उनको प्लेटफार्म पर लगाने के लिए किए जाने वाली कम्युनिकेशन में परेशानी होती है। मंगलवार को भी ऐसे ही कम्युनिकेशन के अभाव में एक दुर्घटना हुई। फिलहाल चंडीगढ़ रेलवे स्टेशन पर काम चलाने के लिए कालका के रिलीफ ट्रेन यार्ड से तीन वायरलेस सेट मंगवा कर जैसे तैसे काम चलाया जा रहा है। चंडीगढ़ स्टेशन पर ट्रेनों के संचालन केे लिए चार वॉकी टॉकी हैं। रेलवे के सूत्रों के मुताबिक पिछले सात आठ महीने से चार सेट में से तीन खराब हो चुके हैं। इन्हें कई बार बनने के लिए इंडस्र्िट्रयल एरिया के एक सेंटर पर दिया भी गया लेकिन वहां भी इन्हें कंडम करार दे दिया। अंबाला मंडल के रेल अधिकारियों को इसकी जानकारी तो दी गई लेकिन अब तक न तो नए वायरलेस सेट मंगवाए गए हैं और न ही पुराने सेट को बदला गया। सूत्र बताते हैं कि सेट खराब होने से ट्रेन को सही प्लेटफार्म पर लगवाने और ट्रेनों की रेलवे ट्रैक पर आने वाली या खड़ी हुई गाड़ियों की जानकारी देने में सबसे ज्यादा दिक्कत होती है। विशेषज्ञों का कहना है कि अगर किसी ड्राइवर ने खराब सेट के चलते कोई मैसेज नहीं सुना तो बड़ी दुर्घटना हो सकती है। रेलवे प्रशासन को बार बार इसकी जानकारी देने के बाद भी अब तक चंडीगढ़ पर नए वॉकी टॉकी सेट नहीं आए हैं। हालांकि काम चलाने के कुछ समय पहले रेलवे प्रशासन ने कालका के रिलीफ ट्रेन यार्ड से तीन वॉकी टॉकी मंगवाए गए हैं। जिनके सहारे फिलहाल चंडीगढ़ में ट्रेनों का संचालन शुरू किया गया है। |