Indian Railways News => Topic started by RailEnquiry Admin on May 20, 2017 - 11:01:40 AM


Title - गंदगी के बीच सफर करने को मजबूर हैं यात्री
Posted by : RailEnquiry Admin on May 20, 2017 - 11:01:40 AM

रेलवे चाहे कितना भी साफ़ सफाई पर जोर दे ले परन्तु आज भी ज्यादातर ट्रेनों में लोग गंदगी के बीच सफर करने को मजबूर हैं| ज्यादातर बोगियां गन्दी ही रहती हैं और शौचालय और बेसिन तो प्रयोग करने लायक भी नहीं होते हैं | स्लीपर बोगियों में सीटें फटी हुई होती हैं तो कुछ सीटों का तो इतनी पुरानी हो जाती हैं की बैठने तक में आराम नहीं मिलता है| 

शुक्रवार को जब ट्रेनों की पड़ताल की गयी तो ज्यादातर ट्रेनों में हालत ऐसे ही देखी गयी | जयपुर-कामाख्या, सप्तक्रांति, गोदिंया, ग्वालियर मेल, डेमू, अवध असम एक्सप्रेस समेत अन्य ट्रेनों में ऐसा ही हाल दिखा। ऐसा लग रहा था की इन ट्रेनों में महीनों से सफाई ही नहीं की गयी है | अवध असम एक्सप्रेस में बेसिन इतने गंदे थे की हाथ धोने में भी संकोच हो जाये | शौचालय गंदे थे और पानी भी नहीं आ रहा था | 
यात्रियों के अनुसार किराया तो पूरा लिया जाता है परन्तु साफ सफाई के नाम पर सिर्फ खाना पूर्ती होती है | सप्तक्रांति एक्सप्रेस की तो एसी बोगी में सफाई का हाल बुरा था |  यहां तो शौचालय के केबिन पास ही पानी बह रहा है। एसी में आराम के लिए सफर करते हैं, लेकिन जहां बैठिए वहीं गंदगी रहती है। हालाँकि सफर करने वाले यात्रियों की भी आधी गलती होती है | लोग जहाँ कहते हैं चीज़ें वहीँ छोड़ देते हैं, बेसिन प्रयोग किया तो पानी तक दाल कर गंदगी को नहीं बहते | सफर पूरा होने के बाद सभी खाने पीने की चीज़ें वहीँ गिराकर चले जाते हैं | 

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