Indian Railways News => Topic started by RailEnquiry Admin on May 24, 2017 - 11:24:07 AM


Title - क्या होता है रूट रिले इंटरलॉकिंग, जानिए आरआरआई के बारे में और इसके ऑप्टिकल केबल से जुड़ने के फायदे
Posted by : RailEnquiry Admin on May 24, 2017 - 11:24:07 AM

आरआरआई अर्थात रूट रिले इंटरलॉकिंग जिसे रेलवे का दिमाग भी कहा जाता है; आखिर कैसे काम करता है, जानने के लिए नीचे पढ़ें - 

  • आरआरआई असल में रेलवे स्टेशन पर स्थित वो कमरा जहाँ सैकड़ों केबल और हजारों की सख्या में सर्किट एक जगह जुड़े होते हैं और एक ही जगह से ट्रेनों के परिचालन पर नजर रहती है | 
  • इसकी जटिलता के कारण एक छोटी खराबी को दूर करने में भी घंटों का समय लग जाता है |
  • पहले कोई बैकअप सिस्टम न होने के कारण इसके ख़राब होने पर मैनुअली ट्रेनों संचालन किया जाता था  जिसमे मेमो के जरिये ट्रेनों का संचालन किया जाता था | मेमो के जरिये हर स्टेशन पर ड्राइवर को क्लीयरेंस लेनी पड़ती है जिसकारण ट्रेनों की गति पर भी असर पड़ता है और दुर्घटना होने की भी ज्यादा संभावनाएं होती हैं | 
  • ऑप्टिकल केबल से जुड़ने के बाद सिस्टम के ख़राब होने पर ओएफसी बेस्ड बैकअप सिग्नलिंग सिस्टम समानांतर कार्य करेगा जिससे संचालन पर कोई खास प्रभाव नहीं पड़ेगा | 
  • ऑप्टिकल फाइबर के जरिये सिस्टम को वैकल्पिक कनेक्शन जंक्शन बॉक्स से मिलता रहेगा और किसी भी कंप्यूटर के जरिये इसे नियंत्रित किया जा सकेगा | 
  •  यह सिस्टम स्वतंत्र रूप से भी काम कर सकेगा यानि जहां आरआरआई पैनल नहीं है, वहां अकेले इसे इंस्टॉल करके भी ट्रेनों का संचालन किया जा सकता है।

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