Indian Railways News => Topic started by AllIsWell on Apr 22, 2012 - 06:00:07 AM


Title - कैंट रेलवे स्टेशन पर बढ़ेगी प्लेटफार्म की संख्या
Posted by : AllIsWell on Apr 22, 2012 - 06:00:07 AM

अम्बाला. ट्रेनों के परिचालन में बेहद व्यस्त रहने वाले अम्बाला कैंट स्टेशन पर प्लेटफार्म की संख्या बढ़ाने के लिए रेलवे नई कार्य योजना तैयार कर रहा है। इसके लिए स्टेशन से लगते बीसीएन डिपो को शिफ्ट करने का विचार है। रेल मुख्यालय की एक टीम स्टेशन का निरीक्षण कर चुकी है।



कुछ दिनों पहले अम्बाला आए नार्दर्न रेलवे के सीओएम (चीफ आपरेटिंग मैनेजर) ने भी प्लेटफार्म संख्या बढ़ाने के लिए डिपो को सहारनपुर के पास खान आलमपुरा यार्ड में शिफ्ट करने की संभावनाओं को देखा था। रेल अफसर भी मानते हैं कि प्लेटफार्मो की संख्या बढ़ाना समय की जरूरत बन चुका है।


यह है रेलवे की योजना



स्टेशन के ठीक साथ लगते बीसीएन डिपो में काफी जगह उपलब्ध है और प्लेटफार्म बढ़ाने के लिए रेलवे इस जगह का उपयोग करने पर विचार कर रही है।

बीसीएन डिपो में डिब्बों के पहियों की मरम्मत की जाती है और यदि इस डिपो को यहां से रेलवे हटाती भी है तो इसका ज्यादा फर्क रेलवे पर नहीं पड़ेगा। डिपो हटने से लगभग चार प्लेटफार्म और बढ़ सकते हैं। मगर इस योजना को अमलीजामा पहनाने के लिए बड़े स्तर पर बदलाव करने होंगे और इस परियोजना में काफी समय भी लग सकता है।

सफाई में भी दिक्कत

कैंट स्टेशन प यात्री गाड़ियों के लिए कुल छह प्लेटफार्म होने की वजह से सफाई में भी दिक्कत होती है। छह प्लेटफार्म से 218 मेल-एक्सप्रेस व माल गाड़ियां होकर गुजरती हैं जिस वजह से प्लेटफार्म लगभग हर समय व्यस्त रहते हैं। ऐसे में सफाई कर्मियों को भी पटरियां धोने के लिए पर्याप्त समय नहीं मिल पा रहा है। यदि प्लेटफार्म ज्यादा समय तक खाली रहे तो स्टेशन पर सफाई और भी बेहतर हो सकती है।

रोज नौ लाइनों पर दौड़ती हैं 300 ट्रेनें

कैंट स्टेशन पर इस समय सात प्लेटफार्म सहित कुल नौ लाइन है। 24 घंटे के दौरान स्टेशन से 300 गाड़िया गुजरती हैं, इनमें 166 मेल व एक्सप्रेस, 52 पैसेंजर और लगभग 80 माल गाड़ियां हैं। पांच नंबर, आठ और नौ नंबर लाइन से मालगाड़ियों को पास किया जाता है जबकि शेष सात प्लेटफार्म पर यात्री गाड़ियों को लिया जाता है।


कम लाइन व ज्यादा गाड़ियां होने से प्लेटफार्म पूरी तरह से व्यस्त हो जाते हैं। इस वजह से रेलवे को अक्सर कई ट्रेनों को आउटर पर खड़ा करना पड़ता है जबकि कई बार ट्रेनें ज्यादा होने से आउटर के पीछे खड़ी गाड़ियों को छोटे स्टेशनों पर तक रोक दिया जाता है।


रेलवे स्टेशन पर ट्रेनों का दबाव बढ़ रहा है और जरूरत प्लेटफार्म संख्या बढ़ाने की है। रेलवे बीसीएन डिपो के स्थान पर और प्लेटफार्म बनाने की योजना बना रही है। यदि योजना पास होती है तो प्लेटफार्मो की संख्या बढ़ाई जाएगी जिसका फायदा रेल परिचालन को मिलेगा। -पीके सांघी, डीआरएम, अम्बाला।

समय के साथ कैंट स्टेशन पर प्लेटफार्म बढ़ाने की जरूरत है। एक साथ स्टेशन पर काफी ट्रैफिक रहता है जिस वजह से सात प्लेटफार्म अक्सर कम पड़ जाते हैं, मगर रेलवे फिर भी बेहतर कार्य कर रही है। ट्रेनों के परिचालन पर पूरी निगरानी रखी जाती है। -शेर सिंह जलोड़िया, सीनियर स्टेशन मैनेजर, अम्बाला कैंट।