| Indian Railways News => | Topic started by eabhi200k on Aug 11, 2013 - 23:58:27 PM |
Title - इलाहाबाद-लखनऊ रूट पर बढ़ेगी ट्रेनों की रफ्तारPosted by : eabhi200k on Aug 11, 2013 - 23:58:27 PM |
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इलाहाबाद। लखनऊ रूट पर ट्रेनों की लेटलतीफी की दिक्कत जल्द कम होने जा रही है। उत्तर रेलवे ने फाफामऊ से ऊंचाहार तक नॉन इंटरलॉकिंग के कार्य शुरू कराने के निर्णय लिए हैं। 13 अगस्त से सरायगोपाल हॉल्ट और अटरामपुर स्टेशनों से इसकी शुरुआत होने जा रही है। लक्ष्य है कि अगले तीन महीने में ऊंचाहार तक नॉन इंटरलॉकिंग के कार्य पूरे कर लिए जाएं। कार्य पूरा होने के बाद यह सेक्शन टोकन लेस हो जाएगा। हत्था वाले सिगनल की जगह मल्टी ऑस्पेक्ट कलर लाइट सिगनल लग जाएंगे। डिजिटल लाइट होने से इन सिगनल की दृश्यता भी अच्छी मानी जाती है। रेलवे प्रशासन इलाहाबाद से वाराणसी और लखनऊ रूट पर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने के प्रयास में जुटा है। वाराणसी रूट पर इलाहाबाद से वाराणसी तक नॉन इंटरलॉकिंग के कार्य पूरे हो चुके हैं। सिगनल प्रणाली भी कलर लाइट हो गई है। प्रयाग, फाफामऊ स्टेशन के साथ ही रायबरेली से लखनऊ तक भी सिगनल बदल चुके हैं। इलाहाबाद से वाराणसी और ऊंचाहार तक रेलमार्ग के विद्युतीकरण के कार्य भी लगभग पूरे होने को हैं। इस रूट पर इलेक्ट्रिक ट्रेनों को अप्रैल 2014 से चलाने की तैयारी है। इसे देखते हुए फाफामऊ से ऊंचाहार के मध्य स्थित स्टेशनों पर भी नॉन इंटरलॉकिंग और कलर लाइट सिगनल के कार्य तेजी से किए जाने हैं। उत्तर रेलवे ने इसकी तैयारी पूरी कर ली है। कलर लाइट सिगनल लगने के बाद स्टेशनों से पुराने हत्था वाले सिगनल हटा लिए जाएंगे। टोकन लेने के लिए ड्राइवरों को सभी स्टेशनों पर ट्रेनों की रफ्तार धीमी करनी पड़ती है। |