Indian Railways News => | Topic started by railgenie on Aug 15, 2012 - 03:02:09 AM |
Title - आरक्षण के फेर में फंसी गुड्स ड्राइवरों की प्रोन्नतिPosted by : railgenie on Aug 15, 2012 - 03:02:09 AM |
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झांसी। आरक्षण के चक्कर में मालगाड़ी चालकों की प्रोन्नति लटक कर रह गई है। रेलवे मुख्यालय, इलाहाबाद द्वारा एससी एसटी एसोसिएशन की आपत्ति के बाद लगाई गई रोक व इस संबंध में अब तक कोई आदेश जारी न करने के कारण पूरा मामला लटका हुआ है। सूची जारी न होने के कारण वर्तमान में काम कर रहे कर्मचारियों को अवकाश व रेस्ट समय पर नहीं मिल पा रहा है, जिससे वह परेशान हैं। इन हालातों में रेलवे यूनियन ने सूची जारी करने के लिए सात दिन का अल्टीमेटम दिया है। रेल मंडल में इस समय 277 मालगाड़ी चालक, 113 मेल एक्सप्रेस चालक, 56 पैसेंजर चालक, 43 शंटर व 320 सह चालक हैं। वर्तमान में मालगाड़ी चालक के 390, शंटरों के 53, मेल एक्सप्रेस के 56, पैसेंजर चालकों के 53 व सहायक चालकों के 377 पद खाली चल रहे हैं। इन पदों को प्रोन्नति के आधार पर भरने के लिए फरवरी माह में निर्णय लिया गया था। दो माह पूर्व 396 सहायक चालक को प्रोन्नत कर मालगाड़ी चालक बनाने के लिए सूची भी बना ली गई। मई माह में नार्थ सेंट्रल रेलवे मैंस यूनियन के पदाधिकारियों के साथ हुई बैठक में सीनियर डीपीओ व सीनियर डीई (सामान्य) ने पंद्रह मई तक सूची जारी करने का आश्वासन भी दिया। लेकिन अब तक सूची जारी नहीं हो सकी है। सूत्रों के अनुसार पहले सूची जारी करने में रेल अफसर हीलाहवाली करते रहे, इसके बाद एससीएसटी के 27 कर्मियों ने सूची में अड़ंगा लगा दिया। उनका कहना था कि जो सूची बनी है, उसमें एससीएसटी को मिलने वाले पंद्रह प्रतिशत आरक्षण की अनदेखी की गई है। इसकी शिकायत उन्होंने मंडल के अलावा इलाहाबाद मुख्यालय में बैठे अफसरों से भी की थी। इस पर रेलवे मुख्यालय, इलाहाबाद ने सूची जारी करने पर रोक लगा दी थी। हालांकि, मंडल स्तर पर अफसरों ने आपत्ति जताने वाले कर्मियों को आरक्षण का शत प्रतिशत लाभ दिए जाने व मानक बताकर संतुष्ट कर दिया था, लेकिन रेलवे मुख्यालय से इस संबंध में कोई आदेश न मिलने के कारण मामला लटक गया है। |