Indian Railways News => | Topic started by nikhilndls on Aug 07, 2012 - 06:00:09 AM |
Title - असुरक्षा की पटरी पर दौड़ती है पाकिस्तानी मालगाड़ीPosted by : nikhilndls on Aug 07, 2012 - 06:00:09 AM |
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अमृतसर: हेरोइन तस्करी को लेकर विवादों में रहने वाली पाकिस्तानी मालगाड़ी की सुरक्षा व्यवस्था भी रामभरोसे ही है। भारत-पाकिस्तान जीरो लाइन से करीब एक किलोमीटर तक ही इस मालगाड़ी की सुरक्षा में जवान तैनात रहते हैं, जबकि अटारी रेलवे स्टेशन से अमृतसर रेल कारगो के बीच करीब 30 किलोमीटर की दूरी यह ट्रेन बिना सुरक्षा पटरी पर दौड़ती है। पाकिस्तान से आने वाली मालगाड़ी की भारत-पाकिस्तान के जीरो लाइन पर पहुंचते ही बार्डर सिक्योरिटी फोर्स के जवान ट्रेन को पायलट करके अटारी रेलवे स्टेशन तक लाते हैं। अटारी रेलवे स्टेशन पर सीमा शुल्क विभाग (कस्टम) के हवाले पाकिस्तान से आने वाली मालगाड़ी कर दी जाती है। कस्टम स्टाफ द्वारा मालगाड़ी की चेकिंग के बाद उसे अमृतसर के लिए रवाना कर दिया जाता है, लेकिन अटारी रेलवे स्टेशन से अमृतसर रेल कारगो तक पाकिस्तानी मालगाड़ी बिना सुरक्षा के पहुंचती है। आम तौर पर रास्ते में कई स्थानों पर उक्त मालगाड़ी का ठहराव भी होता है जिसमें खासा, छेहरटा, 22 नंबर फाटक, इस्लामाबाद आदि। इन स्थानों पर इस मालगाड़ी में से पाकिस्तान से छुपा कर भेजी गई नशीले पदार्थो की खेप को निकालना बहुत ही सहज है। सीमा शुल्क विभाग के सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार कई बार पाकिस्तान से आने वाली मालगाड़ी के डिब्बों की सील भी टूटी मिली है। इससे इस बात को नकारा नहीं जा सकता कि पाकिस्तान में बैठे तस्करों की मिलीभगत से अटारी से अमृतसर रेल कारगो की करीब 30 किलोमीटर दूरी के बीच ऐसे मंसूबों को आराम से अंजाम दिया जा सकता है। पिछले दो महीने में सीमेंट की बोगी में तीसरी बार हेरोइन की खेप बरामद होने के बाद पाकिस्तानी मालगाड़ी विवादों में है। खुफिया विभाग व अन्य जांच एजेंसियों का मानना है कि अटारी रेलवे स्टेशन से अमृतसर रेल कारगो तक पहुंचने में इस मालगाड़ी से किसी भी डिब्बे में कुछ भी निकाला जा सकता है। ऐसा तभी हो सकता है जब पाकिस्तान बैठे हेरोइन तस्करों के सांठ-गांठ करने वाले लोगों में सरकारी कर्मचारी शामिल हो। इस ट्रेन को अटारी से अमृतसर लाने के लिए किसी भी सुरक्षाकर्मी की ड्यूटी नहीं लगाई जाती। मालगाड़ी के इंजन में ड्राइवर व सहायक ड्राइवर, जबकि डिब्बे के आखिर में गार्ड ही मौजूद रहता है। इस बारे में डीआरएम एनसी गोयल कहते हैं कि अमृतसर रेल कारगो में सुरक्षा के संबंध में वह संबंधित अधिकारियों से जहां बात करेंगे, वहीं रेलवे जल्द ही सुरक्षा को लेकर सभी चोर दरवाजे बंद करवा देगा। रेल कारगो में सुरक्षा के बेहतर इंतजाम किए जाएंगे। वहीं अटारी रेल कारगो स्थित कस्टम के डीसी वीबी सिंह कहते हैं कि विभाग का काम है पाकिस्तान से आने वाले समान की चेकिंग करना। सुरक्षा के इंतजाम स्थानीय पुलिस व रेलवे के जिम्मे है। कई बार विभाग ने रेल कारगो में सुरक्षा के बेहतर इंतजाम के लिए रेलवे से कहा है। पुल पर बिकता है चोरी का पाकिस्तानी नमक पाकिस्तान से आने वाला पाकिस्तानी नमक अमृतसर रेल कारगो के ठीक बगल रीगो ब्रिज पर धड़ल्ले से बिकता है। अधिकांश बिकने वाला नमक रेल कारगो या पाकिस्तान से आने वाली मालगाड़ी से चोरी किया होता है या फिर सस्ते भाव में खरीदा हुआ। कच्चे कुलियों के बारे में वेरीफिकेशन जरूरी अमृतसर रेल कारगो में पाकिस्तान से आने वाली मालगाड़ी से लोडिंग व अनलोडिंग करने वाले कच्चे कुलियों के बारे में वेरीफिकेशन होना बहुत जरूरी है। खुफिया विभाग की मानें तो करीब चार सौ के आसपास ऐसे कच्चे कुली हैं, जो कि ट्रकों पर लोडिंग व अनलोडिंग का काम करते हैं। इन कच्चे कुलियों की 'जन्म कुंडली' जांचने की भी सख्त जरूरत है। |