Indian Railways News => Topic started by irmafia on Sep 19, 2013 - 16:00:08 PM


Title - if you want to go home then don't trust irctc website 10736493
Posted by : irmafia on Sep 19, 2013 - 16:00:08 PM

जागरण संवाददाता, नई दिल्ली। त्योहार के मौसम में अपने घर जाने की चाह रखने वाले यात्रियों की एक अद्द टिकट की तलाश भी पूरी नहीं हो पा रही है। ट्रेन में सीट मिलना तो दूर इन दिनों टिकट लेने में भी यात्रियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। आरक्षण काउंटर पर लगने वाली लंबी-लंबी लाइनों से बचने के लिए यदि कोई ई टिकट लेने की कोशिश कर रहा है तो इसमें भी कई तरह की दिक्कतें सामने आ रही हैं। जबकि आइआरसीटीसी (इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरशन) अपनी वेबसाइट में सुधार कर यात्रियों की परेशानी दूर करने का दावा कर रहा है।

त्योहार में घर जाने वाले यात्रियों की शिकायत है कि इन दिनों टिकट बुक करने की प्रक्रिया शुरू करते ही आइआरसीटीसी की वेबसाइट हैंग हो जाती है। कई बार कोशिश करने के बाद यदि सफलता मिलती भी है तो तब तक ट्रेन में जगह नहीं बचती और यात्री वेटिंग लिस्ट की टिकट लेने को मजबूर हो जाता है। कई बार तो टिकट बुक हुए बगैर उपभोक्ता के अकाउंट से पैसे कट जा रहे हैं।

लक्ष्मीनगर निवासी विजय शर्मा के साथ भी कुछ ऐसा हीं हुआ। कई बार प्रयास करने के बाद भी विजय को टिकट तो नहीं मिला, लेकिन हां उनके खाते से पैसे जरूर कट गए। इसी तरह से बदरपुर के रहने वाले आशीष गोयल भी पिछले दो दिनों से ई टिकट बुक करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली। बदरपुर के ही प्रवीन दीक्षित बताते हैं कि लगभग 45 मिनट तक कोशिश करने के बाद जब टिकट तो मिली लेकिन कंफर्म के बजाए वेटिंग टिकट से ही संतोष करना पड़ा।

यात्रियों का कहना है कि इस बार रेल बजट में ई टिकट में आने वाली समस्या दूर करने की बात कही गई थी, लेकिन अभी भी परेशानी बरकरार है। ज्ञात हो कि रेल बजट में रेल मंत्री ने घोषणा की थी कि ऐसी व्यवस्था की जा रही है जिससे प्रति मिनट 72 सौ ई टिकट की बुकिंग होगी। लेकिन अभी आइआरसीटीसी की वेबसाइट से प्रति मिनट केवल दो हजार लोग ही ई टिकट ले सकते हैं।

वहीं, आइआरसीटीसी के अधिकारियों का दावा है कि ई टिकट लेने में परेशानी नहीं हो रही है। उनके अनुसार यात्रियों की सुविधा के लिए हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर तथा सर्वर को अपग्रेड करने पर दस करोड़ खर्च किए गए हैं। जिससे अब 10 से 12 लाख उपभोक्ता एक साथ वेबसाइट पर जा सकते हैं।

इन दिनों ई टिकट कराने वालों की संख्या भी तेजी से बढ़ी है। पिछले वर्ष जहां रोजाना 3.99 लाख यात्री ई टिकट लेते थे वहीं इन दिनों पांच लाख से ज्यादा लोग ई टिकट ले रहे हैं। टिकट एजेंट सुबह आठ से दस बजे तक एपीआर (एडवांस रिजर्व पर्सनल) टिकट नहीं ले सकता है। एपीआर की अवधि 60 दिन है। उनका कहना है कि किसी को ई टिकट लेने में कोई दिक्कत आ रही है तो वह उपभोक्ता द्वारा प्रयोग किया जा रहा नेटवर्क व ब्राउजर की समस्या है।

त्योहारी सीजन में आफत

रेल बजट में हुई घोषणा पर अमल करने के लिए लगभग एक सौ करोड़ रुपये खर्च किया जा रहा है। अगले वर्ष की पहली तिमाही तक घोषणा के अनुरूप ई टिकट बुकिंग की क्षमता बढ़ जाएगी। -प्रदीप कुंडु (आइआरसीटीसी के जनसंपर्क उपमहाप्रबंधक)

दिन - टिकट बुकिंग

एक सितंबर - 4.69 लाख

दो सितंबर- 5.72 लाख

तीन सितंबर- 5.62 लाख

चार सितंबर- 5.51 लाख

पांच सितंबर- 5.31 लाख

छह सितंबर- 5.58 लाख

सात सितंबर- 5.25 लाख

आठ सितंबर- 4.30 लाख