Indian Railways News => Topic started by Mafia on Jul 06, 2013 - 18:01:19 PM


Title - GRP की हेल्पलाइन सेवा से मिलेगी किन्नरों के उत्पातों से मुक्ति
Posted by : Mafia on Jul 06, 2013 - 18:01:19 PM

पलपल इंडिया ब्यूरो, मुंबई. चलती गाड़ी अथवा स्टेशन परिसर में अगर तृतीय पंथी ( हिजड़े ) आपको परेशान करें, तो शर्मिंदा होने की जरूरत नहीं है. जीआरपी की हेल्पलाइन (9833331111) पर कॉल करो, आपको तुरंत सहायता उपलब्ध कराई जाएगी. जीआरपी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि इन दिनों विशेषकर लंबी दूरी की गाडिय़ों में तृतीय पंथियों  ( हिजड़ों ) का उत्पात बहुत बढ़ गया है, जिसे रोकने के लिए विशेष मुहिम शुरू की गई है.

यात्री का सिर फोड़ा

तृतीय पंथियों  ( हिजड़ों )  ने 3 जुलाई को कुर्ला टर्मिनस सेरवाना होनेवाली राजेन्द्रनगर एक्सप्रेस के एक यात्री पर हमला कर दिया था, जिससे 36 वर्षीय मोहम्मद किताबउल्ला का सिर फूट गया. मोहम्मद किताबउल्ला की शिकायत पर कुर्ला जीआरपी नेराहुल लखन घोष उर्फ खुशबू तथा कैल अहमद उर्फ शायरा को गिरफ्तार कर लिया है.

यात्रियों के साथ करते हैं बदसलूकी

10 रुपए सेकम देने पर तृतीय पंथी ( हिजड़े )  यात्रियों के साथ बदसलूकी करते हैं. और तो और यात्रियों के पास 10 रुपए चेंज न होने की दशा में 50 या 100 रुपए की नोट छीन लेते हैं.

लांघ जाते हैं बेशर्मी की सारी सीमाएं

परिवार केसाथ यात्रा करनेवालेयात्रियों के लिए तृतीय पंथी बड़ी मुसीबत बनकर उभरे हैं. जरा सी बात पर अश्लील हरकतें करने लगते हैं, जिससे बड़ी शर्मिंदगी महसूस होती है.

एक डिब्बे का 100 रुपए

यात्रियों के साथ जोर-जबरदस्ती करने के मामले में पूछ जाने पर मंगला नामक एक तृतीय पंथी( हिजड़े ) ने कहा कि आरपीएफ वाले 100 रुपए पहले ही ले लेते हैं, उसके बाद जनरल डिब्बे में घुसने की इजाजत देते हैं. और तो और जब तृतीय पंथी यात्रियोंसेवसूली करनेलगतेहैं, तब गाड़ी में तैनात सुरक्षा बल केजवान अगलेछोर पर जाकर खड़े हो जाते हैं.

बैक डोर से इंट्री

प्लेटफार्म पर गाड़ी लगतेही तृतीय पंथी बैक डोर (अपोजिट साइड) से डिब्बे में घुसकर शौचालयों में छुप जाते हैं, जैसे ही गाड़ी स्टेशन से छूटती है. शौचालय सेनिकलकर यात्रियों से वसूली शुरू कर देते हैं. सीएसटी, एलटीटी, मुंबई सेंट्रल और बांद्रा टर्मिनस पर तो इनका आतंक है.