Indian Railways News => | Topic started by irmafia on May 13, 2012 - 21:00:21 PM |
Title - आरक्षण खिड़की से दलालों के चंगुल में नहीं फंसेंगे यात्रीPosted by : irmafia on May 13, 2012 - 21:00:21 PM |
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भिवानी : भिवानी जंक्शन की आरक्षण खिड़की पर दलालों का जमावड़ा खत्म करने के लिए सैकड़ों बार शिकायत के बाद आखिरकार बीकानेर रेल मंडल की नींद टूटी है। ताजा निर्देशानुसार भविष्य में अलग-अलग आरक्षण खिड़कियों पर लगी कतारों में अलग-अलग कर्मचारी खडे़ लोगों के आरक्षण आवेदन पत्र पर क्रमाक व हस्ताक्षर करेगे। बीकानेर मंडल के प्रबंधक को गत 7 मई को भी शिकायत की गई थी। इसी के आधार पर कार्रवाई हुई तो व्यवस्था में कुछ बदलाव नजर आया है। नई नीति से भले ही आरक्षण खिड़की के आसपास वर्षो से मंडराने वाले दलालों में हड़बड़ाहट मची हो, लेकिन नई व्यवस्था के सामने उनके आका भी मायूस है और चाहकर भी कुछ नहीं कर पा रहे। नई नीति के तहत खिड़की के सामने लगी कतार में आवेदकों की क्रमाक व हस्ताक्षर करने वाले कर्मचारी पहचान भी जाचेंगे। इसी भय से शुक्रवार सुबह आरक्षण खिड़की पर आरपीएफ के कर्मचारी भी नजर आए और दलाल आसपास भी नहीं फटके। बवानीखेड़ा के सुभाष पिछले तीन दिनों से तत्काल आरक्षण के लिए प्रयास कर रहे थे, लेकिन शुक्रवार को उन्हे खिड़की से रायगढ़ के लिए तत्काल का टिकट बनवाने में सफलता मिली तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा। भिवानी के बजरग सुबह तीन बजे से आरक्षण खिड़की पर खड़े थे, उन्हे गोरखपुर से भिवानी के लिए वापसी का टिकट बनवाना था। बजरग ने बताया कि उसे शुक्रवार शाम को गोरखधाम से गोरखपुर जाना है और कल इसी गाड़ी से बच्चों को लेकर वापस लौटेगा। एक सप्ताह की मशक्कत के बाद उसे शुक्रवार को तत्काल टिकट बनवाने का मौका मिला है। भिवानी के रणजीत सिंह प्रात: अढ़ाई बजे मुम्बई सेंट्रल के लिए टिकट बनवाने के लिए लाइन में लगे थे। जैसे ही नम्बर आया और उन्हे टिकट बनवाने में सफलता मिल गई। रणजीत सिंह ने बताया कि जब से तत्काल की टिकट सुविधा शुरू हुई, अनेक बार प्रयास किए है, लेकिन पहली बार टिकट बनवाने में सफलता मिली है। सुधीर अपने पिता हरीकिशोर के साथ छपरा के लिए तत्काल टिकट बनवाने के लिए प्रात: 3 बजे कतार में लगा था। आवेदन पत्र पर क्रमाक डालने वाले कर्मचारी ने हरीकिशोर से आज तो सवाल भी किया कि सुधीर कौन है, तो उसने कहा कि बेटा साथ में खड़ा है और पहचान भी दिखाई। इसके बाद हस्ताक्षर भी हुए और टिकट भी बन गया। दिनेश को साढ़े 3 बजे से लाइन में तो खड़ा रहना पड़ा लेकिन बैंगलोर के लिए तत्काल में आरक्षित टिकट बनने पर खुशी हुई। इद्र सिंह पौने चार बजे कतार में खड़े हुए थे। उनकी तपस्या आज तो सफल हो गई और न्यू जलपाइगुडी के लिए तत्काल कोटे में टिकट बन गया। बॉक्स शुक्रवार सुबह भिवानी जंक्शन की आरक्षण खिड़की के पास खड़े मुख्य टिकट निरीक्षक वीरेन्द्र गौड़ ने बताया कि बीकानेर से आदेश आने के बाद अलग-अलग खिड़कियों के सामने लगी कतार में अलग-अलग कर्मचारी यात्रियों की जाच कर क्रमाक व हस्ताक्षर करते है। आज एक लाइन पर उन्होंने यात्रियों की पहचान जाची है और हस्ताक्षर किए है, जबकि दूसरी लाइन पर पहचान व हस्ताक्षर करने का काम टिकट निरीक्षक विक्रात ने किया है। मुख्य टिकट निरीक्षक ने बताया कि दो दिन पूर्व बीकानेर रेल मंडल से आदेश मिलने के बाद नई नीति के तहत कार्रवाई शुरू की गई है। |