अब बिना पहियों वाली ट्रेन पर दौड़ेंगे शहरवासी! by irmafia on 13 May, 2012 - 04:00 PM | ||
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irmafia | अब बिना पहियों वाली ट्रेन पर दौड़ेंगे शहरवासी! on 13 May, 2012 - 04:00 PM | |
नई दिल्ली. मुख्यमंत्री शीला दीक्षित ने बताया कि राजधानी में मोनो रेल का नेटवर्क बनाने का जिम्मा भी दिल्ली मेट्रो प्रबंधन को दिया जाएगा। मोनो रेल राजधानी के अंदरूनी इलाकों तक जाएगी। इससे दिल्ली मेट्रो की पहुंच से दूर क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को भी आने-जाने में सहूलियत होगी। मोनो रेल चलाने के लिए स्टडी भी करा ली गई है। मेट्रो भवन में दिल्ली मेट्रो के 18वें स्थापना दिवस पर बतौर मुख्य अतिथि शीला दीक्षित ने आगे बताया कि देश की राजधानी होने के कारण यहां पर सार्वजनिक परिवहन प्रणाली बेहतरीन चाहिए। मेट्रो ने राजधानी की बेहतरीन पब्लिक ट्रांसपोर्ट की जरूरतों को पूरा किया है। मेट्रो के फेज थ्री का निर्माण पूरा होते-होते 270 किलोमीटर का नेटवर्क हो जाएगा और राजधानी का काफी बड़ा हिस्सा मेट्रो की पहुंच में होगा। इसके बाद भी दिल्ली के कई इलाकों में मेट्रो नहीं जा सकती है, क्योंकि इसके लिए बड़ी जगह की जरूरत है। ऐसी जगहों तक मोनो रेल आसानी से पहुंच सकती है। मोनो रेल का नेटवर्क और उसे चलाने की जिम्मेदारी दिल्ली मेट्रो को दी जाएगी। उम्मीद जताते हुए उन्होंने कहा कि दिल्ली मेट्रो प्रबंधन मोनो रेल को भी मेट्रो की तरह ही गुणवत्ता प्रदान करेगा और उसी की तर्ज पर चलाएगा। थर्ड फेज निर्माण के दौरान आम लोगों को यातायात समस्याओं से कम से कम दो-चार होना पड़े, इसका मेट्रो प्रबंधन ने पूरा ध्यान रखा है। आईटीओ पर बिना जाम के काम को अंजाम देना मेट्रो प्रबंधन की काबलियत का सुबूत है। उन्होंने बताया कि सीपीडब्लयूडी और पीडब्ल्यूडी के अफसरों से भी निर्माण का काम मेट्रो की तरह करने के लिए कहा गया है। दिल्ली की सरकारी संस्थाओं के लिए मेट्रो एक रोल मॉडल बन गई है। लोगों को मिलेंगे रोजगार के अवसर मेट्रो के चेयरमैन व सचिव शहरी विकास मंत्रालय डॉ. सुधीर कृष्णा ने कहा कि मेट्रो के लिए यह वर्ष काफी महत्वपूर्ण रहा है। सबसे पहले मेट्रोमैन ई श्रीधरन गए और उनका स्थान मंगू सिंह ने लिया है। वैसे, श्रीधरन के जाने के बाद थोड़ी चिंता जरूर थी, लेकिन फिलहाल तो मेट्रो का काम बढिया चल रहा है। इसके अलावा, थर्ड फेज का निर्माण कार्य भी शुरू हो गया है। उन्होंने बताया कि मंत्रालय का पूरा समर्थन मेट्रो को है और उसे लगातार आगे बढ़ते रहना है। मेट्रो को डीडीए और दिल्ली नगर निगम से भी सहयोग मिल रहा है। निर्माण कार्य के चलते लोगों को परेशानी हुई है, लेकिन दिल्लीवालों ने इसे सहजता से स्वीकार किया है। उन्होंने बताया कि राजधानी में कॉमन कार्ड जल्द ही लोगों के हाथों में होगा। इसकी बदौलत मेट्रो, डीटीसी-क्लस्टर बसों के अलावा टैक्सियों में भी सफर किया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि ऐसी व्यवस्था भी बनाई जा रही है,जिसमें कॉमन कार्ड के जरिए बेंगलुरू मेट्रो में भी सफर किया जा सके। उन्होंने बताया कि राजधानी के लोगों को रोजगार के अवसर भी मुहैया कराने के लिए आयात होने के वाले स्पेयर पार्ट्स को यहीं पर बनाने की योजना पर भी काम किया जा रहा है। कई यूरोपीय कंपनियों फैक्टरी लगाने के लिए भी तैयार हैं। मल्टी मॉडल पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा देने पर भी काम किया जा रहा है। तय समय में पूरा होगा थर्ड फेज का काम : मंगू दिल्ली मेट्रो के प्रबंध निदेशक मंगू सिंह ने दोहराया कि थर्ड फेज के निर्माण का काम तय समय सीमा 2016 तक पूरा हो जाएगा। 103 किलोमीटर निर्माण कार्य को सरकार की मंजूरी मिल चुकी है, जबकि 37 किलोमीटर के कार्य के लिए सरकार की हरी झंडी का इंतजार है। दिल्ली मेट्रो अब दुनिया की बड़ी मेट्रो में शुमार हो गई है। प्रतिदिन 2800 गाड़ियां पटरियों पर दौड़ती हैं और वे 19 से 20 लाख यात्रियों को मंजिल तक पहुंचाती हैं। यह पिछले साल से 22 फीसदी ज्यादा हैं। इससे पहले मेट्रो के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। शीला दीक्षित ने दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया। अंत में मेट्रो के 34 अलग-अलग विभागों के कर्मियों को अवार्ड भी दिए गए। साल के बेहतरीन स्टेशन का खिताब हुडा सिटी सेंटर स्टेशन को दिया गया है। वहीं, मेट्रोमैन ऑफ का इयर का अवार्ड नई दिल्ली स्टेशन प्रबंधक पिनाकी घोष को दिया गया। |