Indian Railways News => Topic started by puneetmafia on Jun 17, 2012 - 21:00:11 PM


Title - महाकुंभ के काम में लगाईं पुरानी ईंट
Posted by : puneetmafia on Jun 17, 2012 - 21:00:11 PM

महाकुंभ के लिए कराए जा रहे करोड़ों के काम में रेलवे के अफसर और ठेकेदार भी डुबकी लगा रहे हैं। नवाब यूसुफ रोड से सटी ट्रैफिक कालोनी में चौड़ी की जा रहीं सड़कों की सामग्री में जमकर गड़बड़झाला किया जा रहा है। सड़क चौड़ीकरण के लिए बनाई जा रही नई चहारदीवारी में पुरानी ईंटें लगाई जा रही हैं। साथ ही सड़क निर्माण में गिट्टियों की आपूर्ति में भी गड़बड़ी की गई है। मिर्जापुर के नाम पर शंकरगढ़ की गिट्टी गिरा दी गई है।
मेले के पहले जंक्शन पर बना फुटओवर ब्रिज चालू किया जाना है। इस पुल तक पहुंचने के लिए कालोनी के तीसरे, चौथे और पांचवें मार्ग को चौड़ा किया जा रहा है। सड़कों की चौड़ाई बढ़ाने के लिए कर्मचारियों के आवासों के सामने बनी पुरानी चहारदीवारी को ध्वस्त करा दिया गया है। इसकी जगह नई चहारदीवारी निर्माणाधीन है। चौथे मार्ग पर बनी नई चहारदीवारी में पुराने ईंटों को भी चुन दिया गया है। गड़बड़ी पकड़ में न आ सके, इसके लिए ईंटों की धुलाई कर सीमेंट और मिट्टी साफ कर दी गई है। भुगतान नई ईंटों का होना है। गिट्टी की आपूर्ति में बड़ी हेराफेरी की गई है। सड़क निर्माण केलिए अधिकतम 40 एमएम की गिट्टी ही स्वीकृत है, जबकि मौके पर 60-70 एमएम की गिट्टी पड़ी है, जो हाथ से तोड़ी गई है। आरोप है कि अभियंताओं की मिलीभगत से मिर्जापुर, मेजा और मड़िहान के बजाए शंकरगढ़ की गिट्टी इस्तेमाल की जा रही है। पीडब्ल्यूडी के जानकार बताते हैं कि मशीन और हाथ से तोड़ी गिट्टियों के दाम में दो हजार रुपये और मिर्जापुर या शंकरगढ़ से ढुलाई में एक हजार रुपये प्रति ट्रक का फर्क पड़ रहा है। प्रति ट्रक ढाई से तीन हजार रुपये के हेरफेर की आशंका है।
--इंसेट--
‘महाकुंभ के कार्यों की निगरानी की जा रही है। निर्माण कार्य में किसी भी तरह गड़बड़ी है तो जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।’
संदीप माथुर
सीपीआरओ, एनसीआर