Indian Railways News => Topic started by RailEnquiry Admin on Oct 23, 2016 - 17:37:12 PM


Title - फ्लेक्सी फेयर से हो चुका है रेलवे 232 करोड़ का नुकसान
Posted by : RailEnquiry Admin on Oct 23, 2016 - 17:37:12 PM

रेलवे ने फ्लेक्सी फेयर स्कीम अपने हो रहे घाटे को कम करने के लिए शुरू की थी पर इसके लागू होने के बाद से उलटा रेलवे को और ज्यादा ही नुकसान हो गया| निजी विमान कंपनियों की तरह रेलवे ने भी अपनी प्रीमियम ट्रेनों में फ्लेक्सी फारे स्कीम लागू कर दी थी जिसके अन्तर्गत राजधानी, शताब्दी और दुरंतो ट्रेनें आती है|
रिपोर्ट के मुताबिक सर्दियों की छुटियों के समय और खासकर क्रिसमस के समय राजधानी और शताब्दी जैसी ट्रेनों में ज्यादातर सीटें खाली हैं| जो ट्रेनें गोवा, केरल, मुंबई, कोलकाता, अमृतसर, लखनऊ और चेन्नई को जोड़ती हैं उनमे तो ज्यादातर सीटें खाली ही पड़ी हुई हैं|
रेलवे के आंकड़ों के अनुसार प्रीमियम ट्रेनों में सीट बुक करने की दर में 15 से 20 फीसदी तक की कमी आई है| इसका एक कारण एयरलाइन कंपनियां भी हैं जो ट्रेन से सस्ते टिकट उपलब्ध करा रही हैं; सामान्य तौर पर पिछले साल तक इन सभी ट्रेन में वेटिंग चलने लगती थी पर इस साल ऐसा नहीं है|
गोवा, कोच्चि और मुंबई के टिकट विमानन कंपनियां तीन हजार रूपए में ही दे रही हैं जो राजधानी के टिकेट से सस्ता भी पड़ रहा है और साथ ही यात्रियों का समय भी बच रहा है|
फ्लेक्सी फेयर में दस फीसदी टिकट बिक्री के बाद दस फीसदी किराई में बढ़ोतरी हो जाती है और अंतिम दस फीसदी सीट बचने पर टिकट डेढ़ गुना ज्यादा महँगा हो जाता है|
अधिकारियों की माने तो मुम्बई राजधान, अगस्त क्रांति, त्रिववेन्द्रम और सियालदह राजधानी में काफी सीटें खाली पड़ी हुई हैं जो सामान्य तौर पर भर जाती थी जिसकी वजह समय का ज्यादा लगना और टिकेट का महँगा हो जाना है|
1000 करोड़ की अतिरिक्त आय की उम्मीद रेलवे लिए बैठा था पर 200 करोड़ अकेले अक्टूबर में ही रेलवे ने गवां दिए और स्थिति आगे आने वाले समय में सुधरती नहीं दिख रही| माल भाड़े की कमी से जूझ रहा रेलवे यात्रियों की कमी से भी जल्दी ही जूझ सकता है अगर कोई ठोस कदम नहीं उठाये गए तो|