Indian Railways News => Topic started by riteshexpert on Oct 03, 2013 - 17:59:11 PM


Title - गार्ड नहीं लादने दीं एसी कोच की चादरें
Posted by : riteshexpert on Oct 03, 2013 - 17:59:11 PM

प्रतापगढ़। ट्रेन से धुलने के लिए भेजी जा रहीं चादरों को ले जाने से गार्ड ने मना कर दिया। इस पर लेनिन के कर्मचारियों से बहस हो गई। कर्मचारियों ने उसे अथार्टी लेटर दिखाने का प्रयास किया लेकिन उसने ट्रेन चला दी।
स्टेशन से पद्मावत ट्रेन दिल्ली के लिए हर दिन जाती है। इसके एसी कोच में बिछाई जाने वाली चादरें व पर्दे धुलने के लिए बनारस भेजे जाते हैं। किसी भी ट्रेन पर इसे लाद दिया जाता है और बनारस में संबंधित विभाग के कर्मचारी उसे उठा लेते हैं। सोमवार को लखनऊ से बनारस जाने वाली इंटरसिटी आई तो लेनिन के कर्मचारी लाल बहादुर व अशोक कुमार गट्ठर डिब्बे में लादने लगे। इस पर लखनऊ के गार्ड विजय प्रताप सिंह ने ट्रेन में रखने से मना कर दिया। गार्ड सामान को ठेकेदार का बताता रहा। काफी देर बाद बहस होने के बाद गार्ड ने ट्रेन से सामान ले जाने के लिए प्रूफ मांगा। कर्मचारी अथार्टी लेटर लेने गए तो गार्ड ने ट्रेन चलाने के लिए ड्राइवर से कह दिया। इससे नाराज लेनिन के कर्मचारियों ने इसकी शिकायत चीफ कोचिंग डिपो दिनेश कुमार यादव से की तो उन्होंने उच्चाधिकारियों के साथ ही कंट्रोल को सूचित किया। कंट्रोल ने संबंधित गार्ड के विरुद्ध कार्रवाई का आश्वासन दिया है। इसके बाद जनता एक्सप्रेस से सामान बनारस भेजा गया।