186 ट्रेनों पर बिजली का ब्रेक by railenquiry on 06 August, 2012 - 12:01 AM | ||
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railenquiry | 186 ट्रेनों पर बिजली का ब्रेक on 06 August, 2012 - 12:01 AM | |
कानपुर। करीब 35 घंटे के भीतर दोबारा ग्रिड फेल होने से कानपुर से गुजरने वाली 186 से अधिक ट्रेनें जहां की तहां खड़ी हो गई। दोपहर करीब 1 से 3 बजे के बीच बिजली सप्लाई पूरी तरह बंद होने से ट्रेन संचालन पूरी तरह से रुका रहा। इससे यात्रियों को खासी असुविधाओं का सामना करना पड़ा। सेंट्रल पर अफरातफरी मची रही। यहां मौके का फायदा उठाकर वेंडरों ने खानपान की वस्तुएं तिगुने दाम पर बेंची। पूछताछ काउंटरों पर यात्रियों की भीड़ उमड़ पड़ी लेकिन वहां से उन्हें कोई माकूल जवाब नहीं मिला। वहीं, यात्रियों की मदद के लिए शुरू किए गए रेलवे के यूनीक नंबर भी नहीं उठे। बताया गया कि पूरी व्यवस्था सामान्य होने में कम से कम 48 घंटे का वक्त लगेगा।मंगलवार दोपहर करीब 12:57 बजे ग्रिड फेल होने के कारण बिजली सप्लाई बंद होते ही 2876 नीलांचल एक्सप्रेस लखनऊ फाटक तो उड़ीसा संपर्क क्रांति झकरकटी पुल के पास खड़ी हो गई। टूंडला इंटरसिटी और चौरीचौरा एक्सप्रेस सेंट्रल स्टेशन पर ही फंस गई। लखनऊ रूट बाधित होने के कारण उसे डीजल इंजन से बैक कराया गया। इसके बाद डीजल चलित मुंबई-एलटीटी एक्सप्रेस, रायबरेली पैसेंजर ट्रेनों को निकाला गया एक नंबर पर खड़ी चौरीचौरा एक्सप्रेस को डीजल इंजन से अनवरगंज भेजा गया। तब जाकर एक नंबर प्लेटफार्म क्लीयर हुआ। दिन में लगभग 15:05 बजे एनटीपीसी से सप्लाई लेकर शिकोहाबाद से मलवां स्टेशन के बीच ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ। इलाहाबाद से फतेहपुर के बीच ट्रेन संचालन शाम 6:30 बजे तक बंद रहा। इस कारण जोगबनी, जोधपुर-हावड़ा, संगम सहित कई ट्रेनें तो इलाहाबाद से ही नहीं चल सकी। ट्रेन संचालन बंद होने से बौखलाए यात्रियों का हुजूम स्टेशन सुपरिटेंडेन्ट कक्ष पहुंचा और हंगामा करने लगा। सेंट्रल पर यात्रियों की खासी भीड़ जमा हो गई। हर तरफ अफरातफरी का नजारा था। |