रेल में अब नहीं होगा जूडो-कराटे का खेल by irmafia on 24 July, 2012 - 09:01 AM | ||
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irmafia | रेल में अब नहीं होगा जूडो-कराटे का खेल on 24 July, 2012 - 09:01 AM | |
रेलवे ने स्पोर्ट्स कोटे के तहत होने वाली भर्तियों से जूडो और कराटे को बाहर कर दिया है। मतलब यह कि अब जूडो और कराटे के खिलाड़ी स्पोर्ट्स कोटे से रेल सेवा में नहीं शामिल हो पाएंगे। इस आशय के आदेश रेलवे बोर्ड की ओर से सभी क्षेत्रीय रेलवे को प्रेषित किया गया है।खेल कोटे के अन्तर्गत विभिन्न खेलों में पारंगत खिलाड़ियों को रेल सेवा में लिया जाता है। स्पोर्ट्स कोटे के तहत भर्ती के लिए रेलवे ने प्रमुख खेलों की सूची भी बना रखी है जिसमें तीरंदाजी, एथलेटिक्स, बैडमिंटन, बास्केटबॉल, बिलियर्ड-स्नूकर, बाक्सिंग, शतरंज, ब्रिज, क्रिकेट, फुटबाल, गोल्फ, हाकी, कबड्डी, खोखो, शूटिंग, टेबल टेनिस, टेनिस, वालीबॉल, वेट लिफ्टिंग, कुश्ती केवल फ्री स्टाइल और ग्रीको रोमन शैली, अक्वाटिक्स जिसमें वाटर पोलो, तैराकी और डाइविंग शामिल हैं। तीस से अधिक खेलों की इस सूची में अभी तक जूडो और कराटे को भी स्थान प्राप्त था किंतु 2012-13 से दोनों खेलों को हटाने का निर्णय लिया गया है। रेलवे बोर्ड के उप निदेशक खेल एस बनर्जी की ओर से सभी क्षेत्रीय रेलवे को भेजे गए गए पत्र में रेलवे स्पोर्ट्स प्रमोशन बोर्ड की 09 दिसंबर 2011 को हुई 67वीं वार्षिक बैठक का हवाला दिया गया है जिसमें यह निर्णय लिया गया था कि 2012-13 से स्पोटर््स कोटे के सापेक्ष जूडो-कराटे के खिलाड़ियों की भर्तियां रेलवे में नहीं की जाएंगी। 27 मार्च 2012 को जारी किए गए परिपत्र में सभी क्षेत्रीय रेलवे से अपेक्षा जताई गई है कि अपने यहां स्पोर्ट्स कोटे की सूची से उपरोक्त दोनों खेलों का नाम हटा दें और इससे संबंधित खिलाड़ियों की भर्तियां नहीं करें। रेलवे ने जूडो, कराटे के खिलाड़ियों की भर्तियों पर भले ही रोक लगा दी है लेकिन पहले से कार्यरत खिलाड़ियों को राष्ट्रीय चैम्पियनशिप व अन्य टूर्नामेंट में भाग लेने पर इसेंटिव और अन्य सुविधाएं पूर्ववत मिलती रहेंगी। |