रेलवे के सिग्नल टॉवर पर चढ़ा सिरफिरा by nikhilndls on 24 July, 2012 - 03:19 AM | ||
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nikhilndls | रेलवे के सिग्नल टॉवर पर चढ़ा सिरफिरा on 24 July, 2012 - 03:19 AM | |
लखनऊ। रेलवे के माइक्रोवेव सिग्नल टॉवर पर चढ़े सिरफिरे का ड्रामा रविवार को सात घंटे बाद खत्म हुआ। जिला कांशीरामनगर के ग्राम मस्तीपुर निवासी मुकेश यादव अपने गांव में सड़क, बिजली व समुचित पेयजल जैसी मूलभूत सुविधाएं न होने से नाराज होकर पूर्वोत्तर रेलवे के लखनऊ जंक्शन स्थित टॉवर पर चढ़ गया। सुबह साढे़ सात बजे चढ़े युवक के बारे में यात्रियों ने जीआरपी व रेलकर्मियों को सूचना दी। इस दौरान वहां भीड़ इकट्ठी हो गई। सुबह 7:45 बजे हरकत में आए रेलवे प्रशासन व जीआरपी कर्मियों ने टॉवर पर चढ़े युवक को उतारने की हरसंभव कोशिश की लेकिन वह नहीं माना। यह कोशिश दोपहर दो बजे तक चलती रही। इस दौरान जिला प्रशासन व रेलवे के अधिकारी भी मौके पर पहुंचे, लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी। सिविल डिफेंस सदस्यों ने जब लाउड हेलर से उसकी मांगें माने जाने और उसके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं किए जाने का आश्वासन दिया, तब कहीं जाकर वह दोपहर ढाई बजे टॉवर से उतरा। जीआरपी ने मुकेश के खिलाफ आत्महत्या के प्रयास का मामला दर्ज करके जेल भेज दिया है।सबसे की गुहार, कहीं नहीं हुई सुनवाई टॉवर से उतरने के बाद ग्राम मस्तीपुर निवासी मुकेश ने बताया कि उसके खिलाफ 21 मुकदमे दर्ज हैं। कई मामलों में उसे फंसाया गया है। इनमें से कई में वह बरी हो गया है, जबकि कुछ न्यायालय में विचाराधीन हैं। मुकेश ने कहा कि गांव में मूलभूत सुविधाएं मुहैया कराने को लेकर उसने जिलाधिकारी को कई बार ज्ञापन दिया, विधायक व सांसदों से भी गुहार लगाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। हाल ही उसने गांव में बिजली, सड़क और पानी की मांग को लेकर सैकड़ों ग्रामीणों से हस्ताक्षर कराकर एक बार फिर जिलाधिकारी से मिलकर ज्ञापन दिया, लेकिन, कुछ नहीं हुआ। हाईस्कूल पास मुकेश इससे नाराज होकर 16 जुलाई को लखनऊ के बंगला बाजार में रह रहे चाचा राजकिशोर के यहां आ गया। मुकेश का कहना था कि वह मुख्यमंत्री से मिलना चाहता था, लेकिन इसमें सफल नहीं होने पर उसने यह रास्ता अख्तियार किया। |