परदेसियों के अरमानों पर ट्रेन फेर रही पानी by nikhilndls on 24 September, 2013 - 02:56 AM | ||
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nikhilndls | परदेसियों के अरमानों पर ट्रेन फेर रही पानी on 24 September, 2013 - 02:56 AM | |
गोपालगंज : दशहरा और दीपावली घर पर मनाने के अरमान पर पानी फिरने लगा है। आरक्षित टिकट नहीं मिलने से बाहर पति बेचैन हैं तो घर में पत्नी उदास। ट्रेनों में नो रूम से दशहरा और दीपावली में परदेसियों का घर आना मुश्किल हो गया है। दिल्ली, पंजाब, मुंबई, कोलकाता आदि प्रमुख शहरों से आने वाली गाड़ियां अभी से हाउसफुल है। रोजी-रोटी की तलाश में बाहर गए लोगों की परिवार के साथ त्योहार मनाने की उम्मीदें तार-तार हो रही हैं। कुछ तो किसी तरह टिकट हासिल कर लिए है, पर अधिकतर टिकट के लिए मारे-मारे फिर रहे हैं। जिन्हें टिकट मिल गया है, उन्हें वापसी की टिकट नहीं मिल रही है। घर पर पर्व मनाकर वापस काम पर कैसे लौटेंगे, इसकी चिंता उन्हें सता रही है। ट्रेनों की स्थिति यह है कि महानगरों से अपने वाली सभी ट्रेनों में दीपावली तक नो रूम है। दूसरी तरफ दीपावली के बाद जाने वाली गाड़ियां भी हाउसफुल चल रही हैं। जिन गाड़ियों में टिकट मिल रहा है, उनमें भी वेटिंग ही है। गुडगांव में काम करने वाले शहर के सरेया निवासी दीपक प्रसाद के परिजन बताते हैं कि त्योहार में घर आने के लिए दीपक पिछले एक महीने से कोशिश कर रहे हैं। वहां से सिवान तक का आरक्षित टिकट मिला भी तो वह वेटिंग में है। वापस से लिए टिकट ही नहीं मिल रहा है। कुछ ऐसी ही स्थिति बाहर काम करने वाले सैकड़ों लोगों की बनी हुई है। आरक्षित टिकट नहीं मिलने से त्योहार पर घर नहीं आने की संभावना को देखते हुए उनके परिजनों में पर्व का उल्लास निराशा में बदलने लगा है। |