थामे नहीं थम रहा पूर्वोत्तर के लोगों का पलायन by ConfirmTicket on 18 August, 2012 - 06:01 PM | ||
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ConfirmTicket | थामे नहीं थम रहा पूर्वोत्तर के लोगों का पलायन on 18 August, 2012 - 06:01 PM | |
नई दिल्ली । अफवाहों से भयभीत होकर पूर्वोत्तर के लोगों का पलायन थमने का नाम नहीं ले रहा। शुक्रवार को कर्नाटक के दूसरे शहरों को भी छोड़ने का सिलसिला चल पड़ा। यहां पूर्वोत्तर के एक युवक के साथ मारपीट की घटना भी सामने आई है। इसके अलावा अब तमिलनाडु से लोगों ने अपने घर का रुख करना शुरू कर दिया है। महाराष्ट्र में पलायन करने वालों की संख्या भी दोगुनी पहुंच गई है। केंद्र और कर्नाटक सरकार के सुरक्षा के दावों पर अविश्वास जताते हुए बेंगलूर के साथ मैसूर, मंगलौर और कोडागू आदि शहरों से लोगों ने पलायन शुरू कर दिया। रेलवे स्टेशनों के टिकट काउंटरों पर अपने घर लौटने के लिए बेताब लोगों की भीड़ लगी रही। अधिकारियों ने बताया कि पिछले दो दिनों में यहां से 15,000 से ज्यादा पूर्वोत्तर के बाशिंदे अपने घरों को लौट चुके हैं। बेंगलूर में ढाई से पौने तीन लाख और अन्य शहरों में करीब एक लाख पूर्वोत्तर के निवासी रहते हैं। शुक्रवार को पूर्वोत्तर के एक 22 वर्षीय युवक लिआलिया गईफई के साथ मारपीट के मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों ने शॉपिंग कर रहे गईफई का पीछा कर उस पर हमला किया। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है। यहां एक प्रोफेसर ने दो दिनों में पूर्वोत्तर के लोगों के साथ मारपीट की 25 घटनाओं का दावा किया है। दो दशक से यहां रह रहीं यूनाइटेड थिओलोजिकल कॉलेज की प्रोफेसर रिनी राल्टे का कहना है कि पूर्वोत्तर के लोगों के खिलाफ नफरत का अभियान चलाया जा रहा है। मूलत: मिजोरम की निवासी राल्टे ने दोषियों को न पकड़ने के लिए सरकार की आलोचना की है। राज्य सरकार ने अखबारों में विज्ञापन के जरिये लोगों को आश्वस्त करने की कोशिश की है कि यहां सब सुरक्षित हैं। कर्नाटक सरकार ने रैपिड एक्शन फोर्स की छह कंपनियां विभिन्न इलाकों में तैनात करने का फैसला किया है। वहीं, अब तक अछूते रहे चेन्नई को शुक्रवार को एक हजार से अधिक लोगों ने छोड़ दिया। महाराष्ट्र से शुक्रवार सुबह हावड़ा [पश्चिम बंगाल] और गुवाहाटी [असम] जाने वाली ट्रेनों में खचाखच भरकर दो हजार से ज्यादा लोग यहां से रवाना हो गए। इससे पहले के दो दिनों में तीन हजार से ज्यादा लोग पुणे, नाशिक और मुंबई को छोड़ चुके हैं। राज्य के गृह मंत्री आरआर पाटिल ने भरोसा दिया कि असम और पूर्वोत्तर के लोग यहां पूरी तरह सुरक्षित हैं। उन्होंने अफवाह फैलाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की बात कही। वहीं, आंध्र प्रदेश के डीजीपी वी दिनेश रेड्डी ने लोगों को अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। उन्होंने हालात सामान्य होने का दावा किया। |