जब पेंट्रीकार में जलती है एलपीजी तो स्टेशन पर क्यों नहीं by eabhi200k on 22 September, 2013 - 08:56 AM | ||
---|---|---|
eabhi200k | जब पेंट्रीकार में जलती है एलपीजी तो स्टेशन पर क्यों नहीं on 22 September, 2013 - 08:56 AM | |
जालंधर : सुरक्षा के नाम पर रेलवे प्रबंधन बोर्ड द्वारा स्टेशन पर कुकिंग में एलपीजी के प्रयोग को बीते ढाई साल से प्रतिबंधित कर रखा है, इससे कुकिंग बंद पड़ी हुई है। यह प्रतिबंध लंबी दूरी के रेलयात्रियों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। अब तो स्टेशनों पर बच्चों के लिए दूध भी नहीं मिलता है। नेशनल फेडरेशन रेलवे वेंडर वीयर एसोसिएशन के प्रधान जोगा सिंह कहते हैं कि जब पेंट्रीकार में एलपीजी का प्रयोग हो सकता है, तो स्टेशनों पर क्यों नहीं? इनका कहना है कि रेलवे बोर्ड ने इसके प्रयोग में सुरक्षा संबंधी शर्तो के साथ छूट दे दी है। जिसे हमलोग मानने को तैयार भी है, फिर भी मंडल के अधिकारी इजाजत नहीं दे रहे हैं। पड़ताल करने पर पाया गया कि स्टेशन के स्टालों पर वेंडर चाय को कंटेनरों में भरकर रखे हुए हैं, जो दो ढाई घंटे के बाद पूरी तरह से ठंडी और स्वादहीन हो जाती है, जिसे यात्री न चाहते हुए भी पीने को मजबूर है। छत्तीसगढ़ से आए हुए राजेश महतो, जयशंकर शर्मा, हावड़ा मेल से लखनऊ जा रहे राजिंदर विक्की, विवेक सिंह व प्रित्यूष बनर्जी आदि ने कहा कि ताजी चाय व पूरी-सब्जी तो स्टालों से गायब ही है। |